चचेरे भाई का लंड देखकर चुद गयी- 1

सेक्सी पंजाबी गर्ल हॉट स्टोरी में पढ़ें कि चंडीगढ़ की जवान लड़की अपने कजिन की शादी में गयी तो वहां पर उसका एक कज़िन उसके पास सो गया। उसके बाद …

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प्रिय पाठको, मेरा नाम मोना है। मैं पंजाबी हूं और चंडीगढ़ की रहने वाली हूं।

मेरी उम्र 23 साल है। मेरी हाइट 5 फीट और 5 इंच है।
मेरा रंग बहुत ही साफ है और चूत हल्की गुलाबी है। मीडियम बूब्स हैं जो 32 सी के साइज के हैं। ऊपर को उठे हुए निप्पल हैं, पतली कमर 26 की और बड़ी गांड 34 साइज की है।

मैं 12वीं क्लास से अपनी फ्रेंड्स से सेक्स की बातें करके चूत को उंगली से रगड़ने लगी थी मगर अंदर कभी कुछ नहीं घुसाया था।

वैसे मैं बहुत अच्छी फैमिली से हूं और अपने मॉम डैड की इकलौती बेटी हूं।
मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं तो मैंने सोचा क्यूं ना मैं भी अपनी कहानी आप सभी से शेयर करूं।

ये मेरी पहली कहानी है जो मैंने बिना की अनुभव के लिखी है।
हो सकता है कि आपको इस सेक्सी पंजाबी गर्ल हॉट स्टोरी में कुछ कमी मिल जाए इसलिए कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ करना।

बात तब की है जब मैं 19 साल की सेक्सी पंजाबी गर्ल थी, मैंने 12वीं कक्षा की पढ़ाई लगभग पूरी ही कर ली थी। बस एग्जाम के कुछ ही दिन बचे थे।

मगर एग्जाम से एक महीना पहले ही हमारे गांव में मेरे ताऊजी की बेटी की शादी थी।
वहां पर हम सभी लोग गए हुए थे।

शादी में मेरे सारे कज़िन लोग भी आए हुए थे।
हम सब लोग मिले तो सबने बहुत मस्ती की।
लेडीज संगीत वाली रात को सबने बहुत नाचा गाना किया और खूब हंसी मजाक हुआ।

मेरे सब कजिन मेरे हम उम्र थे। उनमें मेरे छोटे ताऊजी का बेटा भी था जिसका नाम अनिल था। वो मेरे से 2 साल बड़ा था और बहुत हैण्डसम भी।

अनिल के साथ ही कुछ कजिन ने ड्रिंक भी कर ली थी। डांस खत्म होने के बाद हम सब खाना खाकर सोने लगे।
सबके सोने के लिये नीचे जमीन पर बिस्तर लगे हुए थे और कुछ चारपाई भी लगाई गई थी।

ठंड बहुत थी।

उस रात मैंने बिना ब्रा के टॉप पहना हुआ था और शॉर्ट्स पहन कर लेटी हई थी।
मैं एक अलग चारपाई पर सो रही थी। मेरे रूम में नीचे 4-5 बच्चे सोये हुए थे।

रात को अनिल को प्यास लगी तो वो पानी पीने के लिए उठा। मगर उसने दारू पी रखी थी तो उसको एकदम से उल्टी होने लगी।
उसके सारे कपड़े खराब हो गए।

उसने अपने कपड़े उतार दिए और फिर टॉवल लपेट कर ही सोने के लिए आ गया।

मेरी नींद खुल गई थी और मैं उसे टॉवल में देख चुकी थी।

वो अभी भी नशे में था। उसको ये भी होश नहीं रहा कि वो कहां लेटने जा रहा है। वो सीधा मेरे वाली चारपाई पर आकर लेट गया।

उसके मुंह से दारू की बहुत गंदी बदबू आ रही थी। थोड़ी ही देर में वो खर्राटें लेते हुए सो गया।

मुझे नींद नहीं आ रही थी। मैं कुछ नहीं बोली क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि उसकी मॉम को उसके बारे में ये सब पता चले।

फिर एक घंटे के बाद मेरी भी आंख लग गई।

कुछ ही देर हुई थी कि मैंने पाया कि अनिल को ठंड लगने के कारण वो मेरे से चिपक कर सो रहा था। उसकी एक टांग मेरी टांग पर थी और उसका एक हाथ मेरे बूब्स पर आकर रुक गया था।

फिर मुझे महसूस हुआ कि मेरी टांगों के बीच कुछ कठोर सा है।
मैंने हाथ लगा कर देखा तो मेरा हाथ उसके तने हुए लंड पर जा लगा।

उसका लंड बहुत ही मोटा और सख्त था।
मैं घबरा गई और मैंने हाथ वापस खींच लिया।

मेरी सांसें तेज हो गईं. लंड को हाथ लगाने के बाद मेरा दिल धक धक कर रहा था और मेरे अंदर कुछ हलचल सी होने लगी थी।

मेरी नींद जैसे गायब ही हो गई थी। मेरी चूत में कुछ हरकत सी होने लगी थी।

मुझसे भी रुका नहीं जा रहा था तो फिर मैंने हिम्मत करके फिर धीरे से उसका लंड पकड़ लिया।

वो नींद में था लेकिन फिर भी उसका लंड झटके दे रहा था।
मैं धीरे धीरे उसके लंड और उसकी गोटियों को सहलाती रही।

वो फिर भी नहीं उठा तो मैं उसको किस करने लग गई।
मुझे मजा आ रहा था क्योंकि बहुत ठंड थी मगर उसका बदन बहुत गर्म था। उसके लंड से मुझे गर्मी चढ़ रही थी।

मैंने पहली बार किसी लड़के के लंड को छुआ था। मेरी चूत से पानी निकलकर पैंटी गीली होने लगी।

जब मेरे से रहा नहीं गया तो मैंने अपनी शॉर्ट्स और पैंटी उतार दी और अनिल को कसकर अपनी बांहों में पकड़ लिया।

मैं उसे अपनी ओर सटाते हुए अपनी चूत उसके लंड पर रगड़ने लगी।
उसका लंड पूरा फटने को हो चुका था। ऐसा लग रहा था जैसे कि वो सपने में किसी लड़की को चोदने की कोशिश कर रहा है।

वो सोया हुआ था लेकिन नशे में मेरा साथ दे रहा था।

थोड़ी देर में लंड-चूत के ऊपरी प्यार से मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और उसका पानी भी मेरी चूत के होंठों पर निकलने लगा।
वो एकदम से सिसकारते हुए बोल पड़ा- आह … रिया! आह रिया … करके उठ गया जैसे सपने में किसी रिया को चोद रहा हो।

एक पल के लिये मैं डर गयी मगर अचानक मेरे दिमाग में आईडिया आया।
मैंने उसको धीरे से कहा- भैया … पहले आप ड्रिंक करके मेरे साथ सो गये और अब रिया रिया करके मुझे गंदा कर दिया।

अब डरने का टाइम उसका था।
वो बोला- मोना, मुझे नहीं पता ये सब कैसे हुआ, मुझे बहुत चढ़ गई थी और सपने में ये सब हो गया। मुझे माफ कर दो। मुझे तो ये भी नहीं पता चला कि मैं यहां तुम्हारे पास कब आकर सो गया। मैंने कुछ भी जानबूझकर नहीं किया।

मैंने कहा- भैया, वो तो अच्छा हुआ मैंने अंदर नहीं डालने दिया, नहीं तो मैं मर जाती, मगर आपने रिया के चक्कर में मेरे सारे कपड़े खराब कर दिये। अब आप उठो और यहां से और कहीं जाकर सो जाओ। मुझे ये सब साफ भी करना है।

वो उठा तो उसको अहसास हुआ कि वो बिल्कुल नंगा है और हल्की लाइट में उसका बड़ा लंड मैंने पहली बार देखा जो एकदम काला था।
उसका लंड पूरा गीला हो रहा था।

उसने अपनी हालत देखी और फिर से मेरी चारपाई में आकर घुस गया।
वो बोला- मैं ऐसी हालत में कहां जाऊं मोना??
मुझे उसकी हालत पर हंसी आ गई।
मैंने कहा- ठीक है, यहीं सो जाओ।

फिर मैंने मेरे शॉर्ट्स से अपनी चूत और बिस्तर साफ किया और पैंटी पहन कर उसके बगल में लेट गयी।
थोड़ी देर में वो बोला- मुझे भी कोई कपड़ा दो ना, बहुत गीला गीला लग रहा है।

मैंने रज़ाई के अंदर मेरे शार्ट्स को यहाँ वहां खोजा तो मेरा हाथ 2-3 बार उसके लंड से छुआ।

मेरे दिल में फिर से शरारत आयी। मैंने शॉर्ट्स लेकर उसके लंड पर साफ करने के स्टाइल में थोड़ा पौंछ दिया और शॉर्ट्स उसको दे दिया।

शायद इससे वो समझ गया कि मैं भी ये सब चाहती हूं।
वो बोला- मोना, तुम ही साफ कर दो।
मैंने उसका लंड और बॉल्स साफ कीं जिससे वो फिर से टाइट हो गया।

मैंने शॉर्ट्स को साइड में सूखने के लिये रखा और दूसरी साइड अपना मुँह घुमा कर लेट गयी।
थोड़ी देर बाद वो मेरी क़मर पर हाथ रखकर बोला- यार मोना, ठंड बहुत है।

इस पर मैं चुप रही। मेरी चुप्पी से वो मेरे थोड़ा और पास आ गया जिससे उसका तना हुआ लण्ड मेरी गांड की दरार में पैंटी के ऊपर से टच होने लगा।

वो एक हाथ से मेरी कमर को सहलाने लगा। उसका मुंह मेरी गर्दन के पास था जिससे उसकी गर्म सांसें मेरी गर्दन को छू रही थीं।

इससे मैं बेचैन हो गयी, मैंने कहा- उफ्फ भईया … बहुत ठंड लग रही है।
कहकर मैंने रज़ाई सही करने के बहाने उसके लण्ड को एक बार कसकर पकड़ कर छोड़ दिया।

मेरे इतना करते ही वो मेरे ऊपर टूट पड़ा।
वो अपना पूरा लंड मेरी गांड की दरार में फंसा कर मेरी गर्दन पर किस करने लगा और एक हाथ से मेरे बूब्स दबाने लगा।
फिर मुझे सीधी करके मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरे लबों को चूसने लगा।

इतना मज़ा मुझे कभी नहीं आया था जितना अब आ रहा था।
मेरी चूत पानी छोड़ने लगी थी।

वो अपना लंड निकाल कर मेरी चूत पर रगड़ने लगा।
जैसे ही उसने मेरी चूत के छेद पर लंड रख कर अंदर डालने की कोशिश की मैंने नीचे से खिसक कर खुद को बचाया। ऐसा नहीं करती तो मेरी चीख निकल जाती और सबको पता चल जाता।

यही बात मैंने उसको समझायी।
मैंने अनिल को प्यार से समझाया- हम सेक्स करेंगें मगर यहाँ नहीं।
वो मान गया मगर.

फिर उसने अपना लण्ड मेरे मुंह में डाल दिया और 69 में आकर मेरी चूत चाटने लगा।
मैं ऊपर थी, वो नीचे!

कुछ टाइम में उसके लण्ड का पानी निकलने लगा तो उसने अपनी टांगों में मेरा सिर कसकर दबा लिया और झटके मार मारकर सारा रस मेरे मुंह में निकाल दिया।

साथ में वो मेरी गाण्ड कसकर पकड़ कर मेरी चूत में जीभ डालकर मेरी चूत को अंदर तक चोद रहा था जिससे मेरी चूत ने फड़क कर अपना रस उसके मुँह पर बहा दिया।

मुझे उसके लण्ड के जूस का टेस्ट बिल्कुल अच्छा नहीं लगा।
शायद पहली बार था, मुझे क्या पता था कि एक दिन यही जूस मेरा पसंदीदा पेय बन जाएगा।

उसका रस मैंने बाहर थूक दिया और फिर मुंह साफ कर लिया।
थोड़ी देर हम एक दूसरे से लिपटकर नंगे लेटे रहे। फिर मैं शॉर्ट्स और टॉप पहन कर उठ गयी और नीचे जाकर सो गई।

अगले दिन बारात थी।

मैं कमरे में लहंगा चोली पहनकर अपने बाल बना रही थी।

अचानक से अनिल ने आकर मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरी गर्दन पर चूमने लगा।
वो दोनों हाथ मेरी चोली में डाल कर मेरे बूब्स से खेलने लगा।

मैंने उसको छोड़ देने को कहा क्योंकि कभी भी कोई भी आ सकता था।
वो बोला कि एक शर्त पर छोड़ेगा, अगर मैं उसे अपनी चूत पर एक किस करने दूं और पैंटी उसको देकर पूरे दिन बिना पैंटी के रहूं तो।

मैंने इसके लिए मना कर दिया लेकिन वो नहीं माना।
फिर मैंने लेट कर फटाफट अपना लहंगा ऊपर किया और उसको कहा- लो कर लो मेरी चूत पर किस … कर लो!

उसने मेरी गाण्ड के नीचे दोनों हाथ डालकर मेरी पैंटी उतार कर अपनी जेब में रखी और मेरी चूत पर ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर अपनी जीभ घुमाने लगा।

मैं पागल हो उठी।
बड़ी मुश्किल से उसको रोक कर अपने कपड़े सही किये क्योंकि कोई भी कमरे में आ सकता था।

मगर वो इतने से मानने वाला नहीं था। वो अपने कपड़े भी वहीं ले आया।

फिर मेरे सामने ही अपने कपड़े उतार कर तैयार होने लगा।
वो अंडरवियर में था; उसका लौड़ा तन गया था।

उसने मेरी ओर देखा।
मैं उसके लंड को ही देख रही थी।

उसने लंड बाहर निकाल लिया और हिलाते हुए बोला- मोना, तूने इसे पागल कर दिया है। एक बार चूस दे बस इसे प्लीज!!
मैंने उसके लंड को मुंह में लिया और एक दो बार आगे पीछे करके चूसा और फिर छोड़ दिया।

वाह … क्या लण्ड था उसका!
मैंने इतने अच्छे से पहली बार देखा था लंड … एकदम काला … बहुत मोटा और लंबा।
आगे एकदम लाल रंग का आलूबुखारे जैसा टोपा, जो लाइट में चमक रहा था। नीचे बड़ी बड़ी गोटियां लटक रही थीं।

वो मेरी पैंटी अपनी जेब से निकाल कर सूँघने लगा और फिर अपनी बॉल्स और लण्ड पर लपेट ली।
फिर मुझे आँख मारकर बोला- तेरी चूत की खुशबू आज पूरा दिन मेरे लण्ड के पास रहेगी और तू बिना पैंटी।

ये कहकर उसने लण्ड अपने अंडरवियर में डाला और तैयार होने लगा।

मैंने कहा- भइया … मैं बिना पैंटी कैसे रहूंगी?
तो वो अपनी कसम देकर बोला- ये करना ही पड़ेगा तुझे!
मुझे मजबूरी में उसका कहा मानना पड़ा।

हम दोनों चुपचाप तैयार होने लगे।

मैंने कहा- भइया, मैं आपकी सब बात मानती हूं। आपको मेरी कसम आप भी एक बात सच सच बताओ।

मैं बोली- ये रिया कौन है? जिसको याद करके आपने मेरे ऊपर अपना माल गिरा दिया था।
पहले तो वो चुप रहा।

फिर मेरे ज़ोर देने पर बोला- तुम्हारी सहेली है। उसको याद करके मुठ भी मारता हूं बहुत बार!

फिर मैं उससे अलग होकर बोली- कब से उसको लाइक करते हो?
वो बोला- 2 महीने से!

मैंने कहा- उसमें क्या अच्छा लगा आपको?
वो बोला- उसकी बड़ी सी गाण्ड और बड़े बड़े चूचे!

मुझे मन में बहुत हंसी आयी और मेरे मुँह से हल्की आवाज में निकल गया- ओह्ह बड़े चूचे और बड़ी गाण्ड! पता है कितनों ने मेहनत की है उस पर?

वो बोला- क्या?
मैंने कहा- कुछ नहीं, बस वो अच्छी लड़की नहीं है। बाकी उसके बारे में बाद में बताऊंगी।
वो बोला- कोई बात नहीं, अब तो तुम हो ना अब मुझे उससे क्या लेना?

मैंने कहा- अब मक्खन मत लगाओ।
वो बोला- नहीं, सच कह रहा हूं। तुम गुड़िया जैसी प्यारी और कितनी हॉट हो। तुम बहुत सुंदर हो, अगर पहले मिल जाती तो अब तक चोद चुका होता। बता दो अब कब चुदावाओगी?

मैंने उसको पूरी प्लानिंग बतायी कि आज शादी के बाद हम दोनों घर चलेंगे। मैं मॉम डैड को बोल दूंगी कि मेरी कल क्लास है। वो कहेंगे कि किसी को ले जाओ तो मैं कहूंगी कि अनिल चला जायेगा।
वो बोला- ठीक है।

उसके बाद पूरा दिन हम शादी में बिजी रहे और बिना पैंटी के मेरी चूत उसके लण्ड और आज होने वाली चूत की चुदाई के बारे में सोच सोचकर गीली होती रही।

थोड़ी बहुत छेड़छाड़ के अलावा कुछ खास नहीं हुआ पूरे दिन में!
मगर उसके लंड से चुदने का ख्याल चूत को गीला करता रहा।

दोस्तो, ये कहानी मैंने और अनिल ने मिलकर लिखी है। ये लिखते हुए पता नहीं कितनी बार मेरी चूत गीली हुई। एक तो पहली बार की यादें और लंड से चुदने का पहला मजा।

मैं उम्मीद करती हूं कि मेरी पहली चुदाई की ये कहानी पढ़कर बहुत से लौड़ों और चूतों से पानी निकलेगा।
फिलहाल इस भाग में इतना ही लिख रही हूं।

आपको ये सेक्सी पंजाबी गर्ल हॉट स्टोरी कैसी लगी आप इस बारे में अपने मेल मुझे जरूर भेजें।
आपके मोना और अनिल।
आप इस ईमेल आईडी पर अपने विचार लिखें- [email protected]

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