जिम से जिस्म तक

हॉट लेडी सेक्स कहानी मेरे साथ जिम में आने वाली एक गर्म भाभी की चूत चुदाई की है. भाभी के साथ मेरी दोस्ती कैसे हुई? कैसे हम दोनों में सेक्स हुआ? पढ़ें.

हाय दोस्तो, मेरा नाम नील है और मैं पुणे से हूँ।
मेरी गली की लड़की कल्पना से सेक्स
और रचना से सेक्स करने के बाद आपके लिए एक नयी सच्ची घटना लेकर फिर आया हूँ।

यह एक सच्ची कहानी है, हमेशा की तरह कहानी के पात्रों के नाम बदल दिए हैं।

यह हॉट लेडी सेक्स कहानी कुछ साल पहले की है। उस वक्त मैं शहर में कॉलेज में पढ़ रहा था।

मैं जिस जिम में जाता हूं, वह हमारे शहर पुणे का एक प्रसिद्ध जिम है।
लड़के और लड़कियों के साथ-साथ सभी उम्र की महिलाएं यहाँ आती हैं।

जिम जाने का मेरा समय सुबह छह बजे का है। उस समय बहुत भीड़ होती है।

उसी भीड़ में एक प्रियंका भाभी थीं। वो दिखने में बहुत हॉट और सेक्सी थी; उम्र 28-29 होनी चाहिए।

उसे देखकर मैंने कभी नहीं सोचा था कि उसे जिम आने की जरूरत है।
भाभी का सेक्सी फिगर 34c 28 34 हैं जो उन्होंने मुझे बाद में बताया।

लेकिन वे अपने शरीर को फिट रखने के लिए जिम आती थीं।
भाभी हमेशा टॉप और टाईट नाईट पैंट पहनती थी जिससे उसका फिगर साफ दिख जाता।
इसी वजह से जिम में सभी जवान और बुड्ढे प्रियंका की भाभी पर नजर रखते थे।

एक दिन प्रियंका भाभी मशीन पर बैठी कंधे की कसरत कर रही थीं और मैं उन्हें घूर रहा था।

फिर उसकी निगाह मुझ पर पड़ी तो मैंने उससे अपनी निगाह हटा ली।
मुझे अपनी आपत्ति पर शर्म आ रही थी।

फिर जब जिम खत्म हो गया और वह बाहर जा रही थी, मैंने उससे संपर्क किया और कहा- सॉरी!
उसने मुझसे कहा- कोई बात नहीं।
मैंने कहा- मेरी गलती नहीं क्योंकि आप बहुत हॉट हैं।

मेरे यह कहने पर वो हंस पड़ी और चली गई।
उसने मुझसे कुछ नहीं कहा।

उसके सकारात्मक रवैये ने मुझे मन की शांति और ग्लानि का अहसास दिलाया।

इस घटना के बाद हमने बात करना शुरू किया।
मैंने हमेशा उनकी तारीफ की जैसे कि आप बहुत हॉट, सेक्सी और आकर्षक हैं।
उन्हें यह सब सुनकर बहुत अच्छा लगा इसलिए उन्होंने कभी मुझसे शिकायत नहीं की।

एक दिन जब मैं जल्दी जिम गया तो मैंने देखा कि प्रियंका भाभी जिम के बाहर अकेली खड़ी हैं। जिम अभी तक नहीं खोला गया था।

मैं तुरंत उनके पास गया और उन्हें गुड मॉर्निंग बोला।
मैंने उनसे जल्दी जिम आने का कारण पूछा।
उसने कहा- मेरे पति एक बिज़नेसमैन हैं. वे व्यवसायिक मीटिंग के लिए बाहर जा रहे हैं। मुझे उनका समान पैक करना था इसलिए मैं आज जल्दी जाग गयी और मैं जिम आ गयी।

मैंने कुछ देर उनसे बात की।
तब तक जिम खुल गया था और हम दोनों व्यायाम करने लगे।

अब हम अच्छे दोस्त थे।

जिम खत्म होने के बाद भी हम काफी देर तक बातें करते रहे।

अब जिम के अलावा हमने अन्य चीजों के बारे में बात करना शुरू कर दिया।
हम हल्के फुल्के चुटकुले भी किया करते।

एक दिन उसने मुझसे कहा- क्या तुम शाम को फ्री हो?
मैंने जल्दी से उन्हें हाँ ’कह दिया।

प्रियंका भाभी ने मुझे उसके घर का पता दिया और कहा- शाम को सात बजे आ जाना; मुझे तुमसे कुछ काम है।

मैं शाम को तैयार होकर उनके घर गया।
उनका घर एक महल जैसा लग रहा था।

मैंने दरवाजे की घंटी बजाई और दो मिनट में वह गेट पर आ गयी।
प्रियंका भाभी को देखकर मैंरे मुँह से निकल गया- वाह!
माल लग रही थी वे!

मैं आपको बता नहीं सकता कि नीली साड़ी, लाल रंग की लिपस्टिक उन पर कैसी लगती थी.
लेकिन मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि कोई भी बुड्ढा प्रियंका भाभी को इस अवतार में देखता तो उसका भी लंड खड़ा हो जाता।

प्रियंका भाभी ने अपनी मधुर आवाज़ में मेरा खूबसूरत सपना तोड़ दिया और कहा- क्या तुम यहाँ खड़े होकर मुझे देखते रहोगे या तुम अंदर भी आओगे?
मैंने कहा- भाभीजी, आज पहली बार मैं आपको साड़ी में देख रहा हूँ इसलिए मैं आपसे अपनी आँखें नहीं मिला सकता।

भाभी ने कहा- क्यों मैं साड़ी में अच्छी नहीं दिखती?
मैंने कहा- आप साड़ी में और भी हॉट और सेक्सी लग रही हैं।
उसने मुस्कुराते हुए कहा- हाँ, मैं यह आपकी आँखों और जीन्स में देख ही रही हूँ।

प्रियंका के मुँह से यह सुनकर मैंने महसूस किया कि उसके मन में भी कुछ होना चाहिए।
अब मैंने प्रियंका में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया।

फिर उसने मुझे हॉल में सोफे पर बैठाया और पूछा- तुम कुछ लोगे?
मैंने कहा- अभी तो बस पानी से काम चला लूंगा।

वे पानी लेने के लिए रसोई में गई।

जैसे-जैसे भाभी चलती गई, उनकी गांड हिलती गई जैसे कि दो फुटबॉल एक-दूसरे को मार रहे हों।
यह कामुक दृश्य देख कर मैं बहुत गर्म हो गया।

फिर वो पानी लेकर मेरे बगल में बैठ गई और हम दोनों बातें करने लगे।

प्रियंका भाभी ने मुझसे पूछा- तुमने मेरे बारे में बहुत कुछ पूछा है लेकिन आपने अपने बारे में क्या नहीं बताया?
मैंने कहा- अभी तो मैं कॉलेज में पढ़ रहा हूँ।

उसने कहा- तब आपके बहुत सारे दोस्त होंगे?
मैंने कहा- हां बहुत सारे हैं।

भाभी ने कहा- लड़के हैं या लड़कियाँ?
मैंने कहा- दोनों!

प्रियंका ने कहा- फिर तुम्हारी भी कोई गर्लफ्रेंड होगी।
मैंने कहा- नहीं, मैं केवल दोस्ती करता हूं और मुझे लड़कियों से ज्यादा भाभी और शादीशुदा महिलाओं में दिलचस्पी है!

भाभी ने कहा- क्या? अच्छा मैं भी तो शादीशुदा हूँ और महिला भी हूँ. बताओ तुम्हें मुझमें क्या पसंद है?

मैं- मुझे तुम्हारा फिगर बहुत पसंद है और तुम बहुत हॉट और सेक्सी हो। तुम्हारे बूब्स और निप्पल बहुत कड़क हैं। मैं इनको छूना चाहता हूँ, चूमना चाहता हूँ।
प्रियंका- क्या सच में! तुमने कभी बोला नहीं? और वैसे भी मैं तुम्हें मना नहीं करती।

मैं बोला- भाभी, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और मैं तुम्हें यह बात बहुत समय से बताना चाहता हूं।

प्रियंका भाभी से हरी झंडी मिली तो मैं बहुत खुश था और उन्हें पकड़ा और सोफे पर उसे चूमना शुरू कर दिया।

भाभी भी मुझे चूम रही थी और मुझे उन्होंने जोर से पकड़ लिया।
मैं भी भाभी मेरा पूरा साथ दे रहा था। मैं उसके रसीले होंठों को आम की तरह चूस रहा था और वो मजे ले रही थी।

अब मैंने अपने दोनों हाथ उसकी गर्दन पर फिराना शुरू कर दिया। फिर मेरे हाथ उनके बूब्स पर आ गए।
उनके बूब्स बहुत मुलायम थे।

प्रियंका भाभी के मुँह से कामुक आहें निकल रही थीं।

तभी भाभी ने कहा- चलो, अंदर वाले कमरे में चलते हैं।

मैंने सिर हिलाया और उन्हें अपनी बांहों में उठाया और उनके कमरे में ले गया, उन्हें बिस्तर पर लिटाया और उनके ऊपर चढ़ गया।

वे पहले से ही मेरे हमले की तैयारी कर रही थी। बाँहें फ़ैलाकर भाभी ने मुझे उनकी बांहों में ले लिया और हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे।
हम दोनों की जीभ एक दूसरे के मुँह में थी और एक दूसरे के होंठों के रस का स्वाद ले रही थी।

फिर मैंने जल्दी से उसकी साड़ी खोल दी। फिर उसने अपना ब्लाउज और पेटीकोट उतार दिया।

उन्होंने अन्दर काली ब्रा पैंटी पहनी हुई थी। उनके गोरे बदन पर वो इतनी सेक्सी लग रही थी।

इस बार प्रियंका भाभी मुझे एक पोर्नस्टार की तरह लग रही थीं।
मैंने पहले उसके नग्न शरीर को प्यार से सूंघा; फिर मैंने उसके पूरे बदन को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया।

भाभी को फोरप्ले की मेरी कला बहुत पसंद आयी।

उन्होंने कहा- नील, तुमने तो मेरा पूरा शरीर देख लिया है। अब मैं तुम्हारा शरीर को देखना चाहती हूं।
मैंने कहा- भाभी, आप इसे खुद ही उतार दो।

भाभी ने जल्दी से मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और मेरा लंड बाहर निकाल लिया। भाभी ने अचानक से मेरा लंड पकड़ लिया और चूसने लगी।

मैंने उसकी ब्रा और पैंटी उतार दी और उनको पूरी नंगी कर दिया।
हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गए.

अब मैं उनकी चुत चाट रहा था और वो मेरा लंड चूस रही थी। उन्होंने मेरा लंड चूसा और उसे पूरा लाल कर दिया।
फिर उन्होंने कहा- नील अब मुझसे रहा नहीं जा रहा, प्लीज मुझे चोदो!

मैंने कहा- हाँ मेरी प्यारी प्रियंका भाभी, मैं भी कब से तुम्हारी प्यारी चूत में मेरा लंड गाड़ना चाहता हूँ।
भाभी चेहरे पर कामुक हँसी थी.

और भाभी ने अपने पैर रंडी की तरह तरह खोल दिए।
मैंने बिना समय बर्बाद किये अपना लंड उनकी चूत में घुसाया।
उनके मुँह से एक आह निकली- आऊच!

लेकिन जिम जाकर बने भाभी के लचीले शरीर ने मेरे लंड को आराम से उसकी चूत में समा लिया।

फिर मैंने उसे चोदना शुरू किया।

उन्होंने भी मजे से चुदाई शुरू कर दी।
मैंने उन्हें पहले बहुत प्यार से पर बाद में बेरहमी से चोदा।

इस समय तक वे दो बार झड़ चुकी थी।
लेकिन उनके पास अद्भुत सहनशक्ति थी।

झड़ने के बाद कुछ मिनटों में ही भाभी वापस कामुक होकर चुदवा रही थी।
हम दोनों ने पूरी चुदाई के दौरान पोज़िशन बदल कर चुदाई का मज़ा लिया।

एक बार हम दोनों संतुष्ट होने के बाद लेट गए।

कुछ देर बाद हम 69 की अवस्था आ गए।
भाभी की चूत की धारा और उसने मेरा लंड से निकला हुआ पानी पीकर हमने एक दूसरे के अंग को साफ किया।

मेरा लंड एक बार फिर खड़ा हो गया; मैंने कहा- भाभी, मुझे आपकी गांड मारनी है।
भाभी बोली- मैं भी तुम्हें मेरी शानदार चुदाई के लिए यह गांड उपहार स्वरूप देना चाहती हूं। तुम न कहते तो भी मैं तुम्हें इसके लिए मनाती।

मैंने भाभी को घोड़ी बनाकर उनकी गांड पर लंड लगाया और पूछा- भाभी, आप इसके लिए तैयार हो?

भाभी बोली- तुम्हारे लिए कुछ भी! मैं कितनी भी चिल्लाऊं … तुम रूकना मत. आवाज बाहर नहीं जाएगी।

फिर मैंने एक जोर का शॉट लगाया और आधा लंड भाभी की गाण्ड में समा गया।
भाभी जोर से चिल्लाई- उईईई ईईई माँ मर गयी!

मैंने भाभी के बूब्स को पकड़ा, दबाया जिससे मुझे पकड़ मिल गई और वो आगे न सरक सकी।

तब मैंने बूब्स दबाते हुए जोर से लंड का एक शॉट मारा और पूरा लंड प्रियंका भाभी की गांड फाड़ते हुए अंदर चला गया।

“उईई ईईईई मर गई कमीने, निकाल इसे बाहर!”
भाभी रोने लगी और लंड बाहर निकालने को बोल रही थी।

मैंने उनकी बात नहीं सुनी। मेरा पूरा लंड उनकी गांड में चला गया था।
मेरे लंड में भी दर्द हो रहा था।

भाभी रो रही थी- मैं तुम्हें दोबारा गांड मारने नहीं दूँगी। मुझे छोड़ दो।

मैं भाभी की बात सुने बिना ही उन्हें चोदता रहा।
कुछ देर बाद भाभी को भी मजा आने लगा।

फिर 15 मिनट के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी गांड में छोड़ दिया।

इसके बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और देखा कि भाभी की गांड से खून आ रहा था।

प्रियंका की आँखों में आँसू थे और साथ में चेहरे पर संतुष्टि के भाव थे।

फिर कुछ देर बाद बाथरूम में हमने एक दूसरे को साफ किया।

इसके बाद नंगे रह कर ही एक दूसरे को खाना खिलाया और एक दूसरे को बांहों में लेकर सो गए।

इसके बाद भी हम दोनों ने बहुत बार सेक्स किया।

जब भी भाभी का पति बिज़नेस ट्रिप पर जाता तो मैं उनके घर जाता और उसे अपना लंड ट्रिप करवा देता।

मेरी हॉट लेडी सेक्स कहानी पर अपनी अमूल्य राय जरूर दें जिससे मुझे लिखने की प्रेरणा मिले और मैं अपनी गलतियां सुधारूं.
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