पड़ोसन चालू माल की चुदाई की आँखों देखी कहानी

सेक्सी दीदी Xxx कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक जवान लड़की की है. मैं उसे दीदी कहता था पर सेक्स के नजरिये से पसंद करता था. एक दिन मैं उसके पीछे गया तो …

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम साहिल है और मैं आपको आज ऐसी मजेदार सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ जिसे पढ़ने के बाद आप आनन्द से भर जाएंगे.

जो सेक्सी दीदी Xxx कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूं, वह मेरी दूर की बुआ की बेटी शिल्पा दीदी की चुदाई की है.

शिल्पा दीदी बचपन से ही अपने मामा के यहां रहती आई हैं. उनका रंग गोरा है और लम्बाई 5 फुट 4 इंच की है. उनका फिगर 34-28-34 का है. वो एक मस्त माल हैं.

शिल्पा दीदी बचपन से ही मुझे बहुत पसंद थीं.
एक बार मैंने खेल खेल में मांग भर दी थी.

उन्हें देखते ही मेरा मन उन्हें चोदने का करने लगता था.
करता भी क्यूं नहीं … मोहल्ले में कोई भी ऐसा नहीं था, जिसका मन उनके साथ सोने का ना होता हो.

पर क्या कर सकता था, दीदी उम्र में मुझसे काफी बड़ी थीं. पर मुझे जब भी मौका मिलता, मैं उनके साथ कोई ना कोई हरकत करता रहता था.
कभी उनकी ब्रा उठा कर ले जाता और मुठ मार लेता तो कभी उनके साथ बिस्तर में लेट जाता था.

उनका घर मेरे घर के बगल में था, तो उनके घर जाकर चुपके से उन्हें नहाते हुए देखता था.

सच में जिस समय मैं दीदी को नंगी नहाती हुई देखता था तो मेरा लंड टनटना उठता था.
क्या मस्त बूब्स थे दीदी के … एकदम संतरे के जैसे गोल.

एक दिन मैंने शिल्पा दीदी का पीछा ऐसे किया जैसे सभी आशिक़ करते हैं.
जब वह कॉलेज के लिए निकलीं, तो मैंने उनका पीछा करना शुरू कर दिया.

शुरुआत में तो सब ठीक था, पर जब वह अपने कॉलेज के पास पहुंची तो एक बाइक वाले के साथ बैठ कर कहीं चली गईं.

मुझे थोड़ा शक हुआ.
मैंने फिर भी उनका पीछा किया.

थोड़ी दूर के बाद उनकी बाइक रुक गई.
शिल्पा दीदी और वो लड़का दोनों उतर कर एक घर में चले गए.

मैंने भी उनका पीछा किया और हिम्मत दिखा कर उस घर के बाहर तक चला गया. मैंने वहां जो देखा, उसे देख कर मैं दंग रह गया.

मुझे उस घर के अन्दर नहीं जाना पड़ा.

जिस कमरे में वो लोग थे, वहां की खिड़की से सब कुछ साफ़ साफ़ दिख रहा था.

कमरे के अन्दर जाने के बाद वो दोनों किस करने लगे और उस लड़के ने शिल्पा दीदी की ड्रेस उतार दी. अब शिल्पा दीदी केवल ब्रा पैंटी में थीं.

मैं उनको ऐसा देख कर दंग रह गया.

फिर उस लड़के ने शिल्पा दीदी को उठा कर बेड पर लिटा दिया और उन्हें किस करने लगा.

शिल्पा दीदी भी उसका पूरा साथ दे रही थीं.
कसम से वो ऐसी हालत में कमाल लग रही थीं.

थोड़ी देर के बाद उस लड़के ने उनकी ब्रा और पैंटी भी उतार दी और अपने कपड़े भी उतार दिए
वो दीदी के मम्मों को चूसने लगा और चूत में उंगली डालने लगा.

चूत में उंगली जाने से शिल्पा दीदी सिसक उठीं और वो लड़का उनके और मजे लेने लगा.

शिल्पा दीदी सीत्कारती हुई आवाज निकालने लगीं- आह … उह … अरे यार प्लीज़ … आह!

थोड़ी देर के बाद शिल्पा दीदी की चूत ने पानी छोड़ दिया।

कुछ पल बाद दीदी ने उस लड़के का लंड अपने मुँह में लिया और अन्दर बाहर करने लगीं.
उसका लम्बा लंड शिल्पा दीदी ने पूरा अपने मुँह में ले लिया था.

कुछ देर के बाद वह लड़का भी झड़ गया.

उधर का माहौल बता रहा था कि अब शायद शिल्पा दीदी की चुदाई की बारी आ गई थी.

शिल्पा दीदी ने अपने पर्स से दो गोलियां निकालीं.

एक उस लड़के को खिलाई और एक खुद खा ली.

लड़के ने शिल्पा दीदी को बेड पर सीधा लिटा दिया और अपना लंड उनकी चूत में रख कर धक्का मारने लगा.

दो धक्कों में ही उसका पूरा लंड शिल्पा दीदी की चूत के अन्दर घुस गया था.

शिल्पा दीदी मस्ती में चीख रही थीं- आह … उफ्फ … कम ऑन … हां … आह … और तेज … उम्हह … पूरा मज़ा ले लो मेरा!

दीदी ऐसे चिल्लाने लगी थीं और लड़का भी पूरे मज़े से मेरी शिल्पा दीदी की चुदाई कर रहा था.

उस लड़के ने शिल्पा दीदी को ऐसे ही बहुत देर तक चोदा.
फिर उसने उन्हें घोड़ी बना कर खूब चोदा.

कुछ देर बाद उसने दीदी को अपने लंड की सवारी करवाई.

काफी देर तक उसने मेरी दीदी को हर आसन में चोदा और आधे घंटे बाद दोनों झड़ कर बेड पर लेट गए.

मैं यह सब देख कर अपने आपको रोक नहीं पा रहा था … पर कर भी क्या सकता था.
मुझे लगा कि वह लड़का दीदी का ब्वॉयफ्रेंड होगा.

उन दोनों की चुदाई देख कर मैं अपने घर लौट आया.

कुछ देर बाद शिल्पा दीदी भी घर चली आईं.

मैंने इस घटना को याद करके कई रातों तक मुठ मारी.

दो हफ्ते बाद मैंने उनका फिर से पीछा किया.

इस बार वो लड़का नहीं आया था. शिल्पा दीदी खुद किसी दूसरे के घर में चली गई थीं.
मैं भी पीछे पीछे चला गया था.

मेरी किस्मत इतनी अच्छी थी कि फिर मुझे उनकी कारगुजारियों को देखने का मौका मिल गया.

जब मैंने अन्दर झांका, तो एक बार फिर दंग रह गया क्योंकि इस बार वह लड़का नहीं था बल्कि कोई दूसरा लड़का था.

इस लड़के ने भी शिल्पा दीदी को खूब बजाया. यहां तक कि उनकी काली ब्रा भी फाड़ दी.
यह सब देख कर फिर मैं अपने घर आ गया.

कुछ दिनों बाद मैं स्कूल में था.
शिल्पा दीदी मेरे स्कूल के बाहर से गुजरीं.
मैं और मेरा दोस्त आकाश उस समय मेन गेट के पास ही खड़े थे.
मेरे दोस्त को यह नहीं पता था कि ये मेरी दीदी हैं.

उसने शिल्पा दीदी की ओर इशारा करते हुए बताया कि इस लड़की के साथ उसने सेक्स किया है.

मैं आश्चर्य चकित रह गया.
मैंने उससे पूछा- कैसे?

उसका जवाब सुन कर मैं और भी स्तब्ध रह गया. उसने कहा कि सिर्फ उसने ही नहीं, उसके साथ दो और लड़कों ने एक साथ मेरी शिल्पा दीदी को चोदा है.
इस पर मैंने उससे पूछा- कैसे?

उसने सारा किस्सा बताया.

आकाश पूरी घटना बताने लगा:

मेरा एक दोस्त आदर्श है. वो मुझसे उम्र में बड़ा है. ये लड़की उसकी गर्लफ्रेंड थी.

आदर्श ने जब इसे चोदने का प्लान बनाया, तब मैं और मेरा एक और दोस्त सतीश, आदर्श के पास ही थे.
मैं जिद करने लगा कि मुझे भी लड़की चोदना है, इस पर सतीश भी मेरे साथ हो गया और वो भी जिद करने लगा.

कुछ देर बाद आदर्श मान गया.

जिस दिन इसे चोदना था, ये घर पर आई.

आदर्श उसे अन्दर लेकर आया.
इतने में हम दोनों दूसरे कमरे से बाहर आ गए.
हमें देख कर वो थोड़ा घबरा गई.

पर आदर्श ने उसे समझाया और पूरी बात भी बताई.

थोड़े नखरे करने के बाद वह मान गई.

हम तीनों बहुत खुश हुए क्योंकि हम तीनों को पहली बार फोरसम चुदाई करने का मौका जो मिला था.

फिर उसने अपने कपड़े उतारे और हमने अपने!
नंगे होकर इसे बेड पर लिटा दिया.

हमने बहुत देर तक उसके नंगे बदन की चूमा और मैंने थोड़ी देर बाद उसकी पैंटी उतार कर हवा में लहराना शुरू कर दिया.

हम तीनों ने मिल कर उसे खूब चोदा.
कोई उसके मुँह में लंड डाल रहा था, तो कोई उसकी गांड में, तो कोई उसकी चूत चोद रहा था.
उसके बूब्स पूरी तरह मसल चुके थे, उसकी हालत बुरी हो गई थी.

बारी बारी से हम सबने उसकी चूत मारी और उसे बुरी तरह से चोद डाला.

यह सब सुन कर मैं खुशी से फूला नहीं समा रहा था क्योंकि मुझे शिल्पा दीदी की इन कारगुजारियों का काला चिठ्ठा मेरे सामने खुल चुका था.

मैं अब तक उन्हें इतनी सीधी लड़की समझता था और दीदी तो रंडी निकलीं.
अब तो मैं भी उन पर ट्राई कर सकता था.

कुछ दिनों बाद शिल्पा दीदी की शादी होने वाली थी पर शिल्पा दीदी की हरकतें कम होने का नाम नहीं ले रही थीं.

एक दिन मैं अपनी छत पर टहल रहा था, तभी मैंने देखा कि एक लड़का शिल्पा दीदी के घर में घुस गया और सीधे शिल्पा दीदी के कमरे में चला गया.

मेरी छत से उनका कमरा साफ़ दिखाई देता है.

उस लड़के ने अन्दर जाते ही सीधा दीदी को बिस्तर से बांध दिया और शिल्पा दीदी भी उसका साथ दे रही थीं.

बांधने के बाद उसने उन्हें किस करना शुरू कर दिया और उनके गदराए बदन से सारे कपड़े नौंच लिए.
उसने दीदी की चूत में तेल लगा कर एकदम से अपना लंड डाल दिया.

शिल्पा दीदी जोर जोर से चिल्लाने लगीं.
उस दिन उनके घर पर कोई नहीं था; तभी शायद दीदी ने उस लड़के को घर पर बुलाया था.

मैं ये सब देख और सुन रहा था और दीदी की चुदाई के मज़े ले रहा था.

शिल्पा दीदी की आवाज आ रही थी- उन्ह … आराम से … कोई आ जाएगा. मेरी शादी होने वाली है … आह … ऑयमा … जानू डालो … मां चोद दो मेरी … आह … उम्मह … मैं सिर्फ तुम्हारी रंडी हूं आंह.

ये सब कहती हुई दीदी झड़ गईं.
पर वह लड़का नहीं झड़ा.
वो उन्हें बहुत देर तक ऐसे चोदता रहा जैसे जन्म जन्म से प्यासा हो.

शिल्पा दीदी अपने रूम में अपने होने वाले पति से फोन पर बातें किया करती थीं.
वो बातें करते करते अपने कपड़े उतार कर अपने बूब्स दबाया करती थीं, चूत में उंगली करती थीं.

एक रात मैंने उनकी ब्रा उठा ली, जो सूखने के लिए पड़ी थी.
ये शिल्पा दीदी ने देख लिया.
उस वक़्त भी वो अपने पति से बात कर रही थीं और सिर्फ ब्रा में थीं.

बाद में उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया और मेरे सामने ब्लैक ब्रा और जीन्स के पैंट में बैठ गईं.

शायद उस वक़्त वो चुदासी हो रही थीं.
मैंने उनसे पूछा- आपने मुझे क्यों बुलाया है दीदी?
उन्होंने कहा कि तुम मुझे पसंद करते हो ना!

मैं घबरा गया, तो उन्होंने कहा- घबराओ मत … मैंने तुम्हें मेरी ब्रा उठाते हुए देख लिया है. तुम मेरी ब्रा को देख कर मुट्ठ मारो, उससे अच्छा है तुम मेरे साथ जो करना चाहते हो, कर लो.

ये कहकर दीदी ने उठ कर मुझे पकड़ लिया और अपने बिस्तर पर ले गईं.

वो मुझे किस करने लगीं.
मैं भी उनका साथ देने लगा.

वो मेरा लंड पैंट के ऊपर से ही सहलाने लगीं.
मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा.

उन्होंने मेरी पैंट खोल दी और मैंने उनकी ब्रा स्ट्रिप को नीचे कर दिया.

उन्होंने हंस कर कहा- अभी तक तो बड़ा शर्मा रहा था.
मैंने कहा- जब आप जैसी अनुभवी लड़की के साथ करूंगा तो शर्माना ही पड़ेगा.

उन्होंने पूछा- तुझे कैसे पता कि मैं अनुभवी हूं!
मैंने उन्हें सारी बात बता दी.
उन्होंने हंस कर कहा- ओह … तो ये बात है.

दीदी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
मैंने भी उनकी पैंट और पैंटी उतार दी, मम्मों पर लटकी ब्रा भी उतार दी.

अब हम दोनों एक दूसरे के सामने एकदम नंगे खड़े थे.

हम दोनों ने एक दूसरे को किस किया और साथ में बेड पर लेट गए.

उन्होंने कहा- आज रात मैं तुम्हारी हूँ.
मैं उनके नारंगी जैसे मम्मों को दबाने लगा, उनके निप्पल काटने लगा.

वो दर्द से कराहने लगीं- आह … उम्ह!

कुछ देर बाद उनकी चूत की बारी आ गई थी.

मैंने उनकी गांड के नीचे तकिया रखा और उनकी चूत पर अपना लंड रखकर धक्का दे मारा.

दीदी ‘उई मां … मर गई …’ कहती हुई चिल्ला दीं.
मैंने धक्के मारने शुरू कर दिए.

वे मस्ती से चीखने चिल्लाने लगीं- उह … आह … साले फाड़ मेरी आह … आराम से कर कमीने.

मैंने उनकी एक ना सुनी और धक्कों की स्पीड बढ़ा दी.
थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने दीदी को घोड़ी बनाया और घुड़सवारी करने लगा.
वह आवाजें लेती रहीं.

कुछ देर बाद हम दोनों मिशनरी पोजीशन में आकर चुदाई करने लगे और झड़ गए.

मैंने अपना लंड दीदी की चूत से निकाला और अपने होंठ उनके होंठों से जोड़ दिए.

मैं दीदी को किस करने लगा.

थोड़ी देर के बाद फिर से मैंने अपना लंड दीदी की चूत में पेला और फिर से चुदाई की.

हम दोनों रात भर ऐसे ही चिपक कर लेटे रहे.
मैं दीदी के मम्मों से रात भर खेलता रहा.

शिल्पा दीदी की अब शादी हो चुकी है, पर उनकी चुदने वाली हरकतें अभी भी खत्म नहीं हुई हैं.
उन्होंने मुझे बताया है कि उनका अभी उनके देवर के साथ चक्कर चल रहा है, साथ ही एक पड़ोसी उनकी खूब ठुकाई करता है. रोज रात के लिए उनका पति तो है ही.

दीदी जब भी यहां आती हैं, तो वो सिर्फ मेरे साथ ही सोती हैं.

साथ ही अपने वीडियो जो अलग अलग लोगों के साथ बनाती हैं, मुझे भेजती हैं.

उनकी एक ननद भी है. वो उसकी भी सैटिंग मुझसे करवाने वाली हैं.
उनकी ननद का नाम शानवी है. उसका रंग सांवला है और सांवले रंग की रांड की चुदाई का मजा ही कुछ और है.

शानवी के बूब्स देख कर कोई भी उसको अपने लंड की रानी बनाना चाहेगा. उस रानी को में अपनी रांड बना के रखूंगा.

हां मैं एक बात तो बताना भूल ही गया कि मैंने शिल्पा दीदी की चुदाई अपने हर दोस्त से भी करवाई है.

मैंने उन्हें सिटी की मशहूर रांड बनवा दिया है.

दोस्तो, आगे ऐसी ही मेरी मजेदार चुदाई की कहानी के साथ फिर मिलते हैं. इस बार लंड के नीचे शिवी की चुत होगी.
आप मेल करना न भूलें कि यह सेक्सी दीदी Xxx कहानी आपको कैसी लगी?
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