अपनी हवस पूरी की बहन की बुर चोद कर

सेक्सी सिस्टर की चुदाई का अवसर मुझे मामा के घर में उनकी बेटी की चूत चोदकर मिला. मैंने उनके घर में था तो मैंने बहन को चूत में उंगली करती देखा.

दोस्तो, कैसे हैं आप लोग?
उम्मीद करता हूँ कि आप सब ठीक होंगे.

आप लोगों ने मेरी पिछली कहानी
पापा ने दीदी को मेरे सामने चोदा
को बहुत प्यार दिया, उसके लिए धन्यवाद.

ये सेक्सी सिस्टर की चुदाई मेरे और मेरी ममेरी बहन के बीच की चुदाई की कहानी है.

मेरी बहन का नाम आकांक्षा है और वो मस्त माल है. मैं उसको जब देखता हूं तो मुझे उसे पटक कर तबियत से चोदने का मन करता है.
आकांक्षा अभी बारहवीं में है.

पहले वो इतनी सेक्सी नहीं दिखती थी, मगर जबसे शहर पढ़ाई करने गयी है, उसके बाद से उसके बूब्स काफी बड़े हो गए हैं और चहरे पर एक अलग ही निखार दिखने लगा हैं.

वो अपने होंठों पर हमेशा लिपस्टिक लगाए रहती है.
मन करता है कि उस मादरचोद के मुँह में पूरा लंड घुसेड़ दूँ. लेकिन कर कुछ नहीं सकता था.

उसकी दूधिया रंग की स्किन है. हाइट 5 फुट 8 इंच की होगी. उसका वजन भी 45 किलो के आसपास का ही होगा. बड़ा मस्त पीस है.

उसका फिगर 32-28-34 का होगा, गोल चूचे बहुत ही मस्त दिखते है गांड भी लाजवाब है.
उस पर काले लंबे बाल, जो उसकी थिरकती हुई गांड तक आते थे, उसकी जवानी की शोभा और बढ़ाते थे.

उसने अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखा है … लेकिन शायद सबकुछ जानती है.
उसके चहरे को देख कर लगता था कि ये शहर जाकर बहुत बड़ी चुदक्कड़ लौंडिया बन गई है. पर मैं तो उसका भाई हूँ इसलिए कुछ कह नहीं सकता था.

आकांक्षा मुझसे एकदम फ्रैंक हैं और मुझे बहुत मानती भी है.
मैं जो उससे बोल देता हूँ, वो मना नहीं करती, झट से कर देती है.

तो हुआ कुछ यूं कि मैं लॉकडाउन में मामा के घर गया था. मैं अपने घर पर काफी बोर हो गया था.
मामा के घर पहुंच नमस्ते आदि हुआ और मैं मामा के लड़के के कमरे में चला गया. उधर ही अपना सामान रखा और वहीं पर सो गया.

फिर रात हुई तो मामा ने उठाया और खाना खाने के लिए बुलाया.
मैंने खाना खाया और वापस रूम में चला गया.

मेरे भाई से मेरी काफी बनती है इसलिए मैं उसी के रूम में सोता हूँ.

मैं दिन में सो चुका था, तो अब नींद इतनी जल्दी आने वाली नहीं थी.
मैंने फोन पर अन्तर्वासना साइट सर्च की और कहानी पढ़ने लगा.

मैं सोने से पहले रोज़ अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ता हूँ, उस पर मुझे बहुत सी कहानी भाई बहन की चुदाई दिखीं.
उसी में से एक भाई बहन की सेक्स कहानी पढ़ने लगा और लंड हिलाने लगा.

आप लोगों को पता ही होगा कि गांव में सभी लोग जल्दी सो जाते हैं और जल्दी ही उठ जाते हैं.

सब सोने चले गए.
मामा मामी बाहर के रूम में और हम सब लोग घर के अन्दर बने कमरों में सो रहे थे.

मेरा रूम आकांक्षा के रूम के बगल में था.

तभी रात के सन्नाटे में बहुत धीरे धीरे किसी के बात करने की आवाज आ रही थी.
मुझे लगा कोई होगा. मैं फिर कहानी पढ़ने लगा और लंड हिलाने लगा.

लेकिन बात करने की आवाज लगातार आ रही थी. अब मुझ से रहा नहीं गया.
मैं धीरे से उठा और आकांक्षा के कमरे की तरफ बढ़ा, तो लगा आवाज यहीं से आ रही है.

मैं दरवाजे के पास खड़ा होकर सुनने लगा कि ये किसी से बात कर रही है, लेकिन साफ आवाज न आने की वजह से कुछ समझ नहीं आ रहा था.
मेरा दिमाग खराब हो रहा था. मन कर रहा था कि साली को पटकर चोद दूँ पर डर भी लग रहा था.

मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं.
उस वक्त इतना ज्यादा अंधेरा था कि कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.

मैं धीरे से उसके कमरे में चला गया और बेड के एक बगल में बैठ कर बात सुनने लगा.
साथ ही मैं लंड महाराज को भी हिला रहा था.

यहां तो बात चुदाई की चल रही थी.
वो किसी से चुत में लंड पेलने की बात कर रही थी. वो जोर जोर से सांस ले रही थी, साथ ही पलंग हिलता भी महसूस हो रहा था.

मुझे लगा कि वो अपने चूत में उंगली भी कर रही है

तभी मेरी गर्मी बढ़ गई और मेरे लंड ने माल निकाल दिया.
पर लंड ढीला नहीं हुआ. उसे मेरी बहन की चूत में जो घुसना था.

कुछ देर बाद आकांक्षा ने फोन काट दिया और अपनी चूत में तेज़ी से उंगली चलाने लगी थी.

उसके मुँह से ‘आ आ उ उइ उइ …’ की आवाज भी आ रही थी.
मुझसे रहा नहीं गया और मैं एकदम तेज़ी से उसके ऊपर चढ़ गया.

मैंने एक हाथ से उसके मुँह को दबा लिया और दूसरे हाथ से उसकी चूत में उंगली करने लगा.
वो मुझे धक्का देने की कोशिश कर रही थी लेकिन उसके दोनों हाथ नीचे दबे थे तो वो ज्यादा कुछ कर नहीं पा रही थी.

मैं उसकी चूत को मसले जा रहा था. मुझे मस्त मज़ा आ रहा था और वो भी गर्म हो गयी थी.
मेरा लंड पहले से ही बाहर था इसलिए उसके पेट पर लग रहा था.

उसने विरोध करना बंद कर दिया और शांत हो गयी.

मैंने धीरे से उससे पूछा- कौन था, जिससे बात कर रही थी?
वो बोली- कॉलेज का फ्रेंड था.

मैंने पूछा- उससे चुद चुकी हो क्या?
उसने कुछ नहीं बोला.

अब उसकी चूत पानी पानी हो गयी थी.

वो बोल रही थी- भैया, अब डाल दो.
मैंने पूछा- क्या डाल दूँ?
वो बोली- अपना लंड मेरी चुत में पेल दो.

फ्रेंड्स मुझे वाइल्ड सेक्स बहुत पसंद है, मुझे दर्द देकर चुदाई करना पसंद है.

मैंने उससे कहा- यहीं चोद दूँ कि पीछे वाले रूम में चलें?
उसने तुरंत कहा- हां भैया ये ठीक रहेगा.

मैंने उसे गोद में उठाया और पीछे के रूम में ले गया.
मैंने उस रूम की लाइट जलाई और आकांक्षा को देखने लगा.

भाई क्या बताऊं … कितनी मस्त चूत थी उसकी … छोटी सी लंबी सी और एकदम गोरी सी.
सेक्सी सिस्टर की चुत पर अभी बाल आने शुरू हुए थे.

उसकी चूचियां भी कमाल की थीं, छोटी सी पिंक निप्पल के साथ.

मैं उसे इस रूम में इसलिए लाया था क्योंकि इस रूम की आवाज बाहर तक नहीं जाती थी.
मुझे आज अपनी बहन को एकदम बेरहमी से चोदना था इसलिए मैंने उसे और गर्म करना शुरू कर दिया.

मैं उसके सामने अपने लंड को हिलाने लगा.
मैंने एक बार फिर से अपना सारा माल गिरा दिया.

दोस्तो, आप इस बात को जानते हैं कि एक बार लंड झड़ जाए, तो दूसरी बार में तो वो किसी भी चुत की माँ चोद देगा.

मैं लंड को फिर से टाईट करने के लिए उसकी चूचियों से खेलने लगा और उसके निप्पल को चूसने लगा.
मुझे चूत चाटना भी बहुत अच्छा लगता है इसलिए मैं उसकी चूत पर जीभ चलाने लगा.

उसको और ज्यादा मजा आने लगा.

मैं बहन की चूत के अन्दर एक उंगली डाल कर चुसाई करने लगा.
वो अब गांड उठा कर चुत चुसाई करवा रही थी और मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थी.

मुझसे भी अब रहा नहीं जा रहा था और मेरा लंड उसकी चूत की बैंड बजाने के लिए तैयार भी हो गया था.

अब मैंने लंड को चूत पर रखा और रगड़ने लगा.
आकांक्षा बहुत गर्म हो चुकी थी. वो गांड उठा कर लंड को अन्दर लेना चाहती थी.

मैंने वक्त की नजाकत समझ ली और लंड पेलने के लिए एकदम तैयार हो गया.

इस बार जैसे ही उसने अपनी गांड ऊपर को की, मैंने उसी समय अपना पूरा लंड चूत घुसा दिया.
साथ ही उसके मुँह से मुँह लगाने वाला ही था कि साली की जोर से आवाज आ गई ‘उई मम्मी मर गयी.’

मेरा दिमाग दो बातों से ख़राब हो गया था.
एक तो साली चिल्लाने लगी थी और दूसरी बात ये कि मेरा लंड इतनी आसानी से चुत में कैसे चला गया. साली लंडखोर हो गई थी.

मैंने गुस्से में तीन चार झटके जोर जोर से लगा दिए.
वो रोने लगी- भैया, प्लीज धीरे धीरे करो … मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूं, जो मेरे चूत को भोसड़ा बनाने में लगे हो.
मैंने बोला- जो लौंडिया बाहर चुदवा ले, वो बाजारू ही है मादरचोद … कितने लोगों से चूत फड़वा चुकी है?

वो कुछ नहीं बोल रही थी.
मैँने एक जोरदार झटका दिया.

कुछ देर बाद वो ‘अहा ई ई उइ उइ ई …’ करके मज़े लेने लगी.

मुझे इस बात का जरा भी डर नहीं था कि इसकी आवाज बाहर जा सकती है. इसलिए मैं अपनी बहन की चुत की माँ चोद देना चाहता था.

मैं आकांक्षा को जोर जोर से चोद रहा था.
वो मस्ती में चिल्ला रही थी ‘आह भईया तेज नहीं, धीरे धीरे करो साले मेरी फट जाएगी … आह आह.’

आकांक्षा तेज चोदने से मना भी कर रही थी लेकिन साथ में गांड उठा कर लंड के मज़े भी ले रही थी.

कुछ ही देर में वो पूरी मस्ती में आ गई और बोलने लगी- फाड़ दे मेरी चुत बहनचोद कुत्ते … आह शर्म नहीं आती अपनी बहन को चोदते हुए चोद मादरचोद. साले तुझसे चुदने के लिए कबसे तड़फ रही थी.
मैंने भी खुल कर बोला- जब अपनी बहन रंडी बन जाए, तो क्या शर्म … नहीं चोदूँगा, तो साली कहीं और चुद कर आएगी. इसलिए खुद ही चोदो, जिससे उसके बाजारू रंडी बनने का चांस कम रहे … समझी कुतिया अब लंड का मजा ले और चुत का मजा दे.

वो भी मजे से गांड उठा कर कहने लगी- हां यार, जब घर में ही भाई का मस्त लंड चुत के लिए मिल जाए, तो क्यों किसी बाहर वाले से गांड मराई जाए.
मैंने भी कहा- हां जब बहन ही माल बन जाए, तो उसकी चुदाई जरूरी हो जाती है. और तू तो एकदम माल बन गई है.

वो मस्ती से चूमाचाटी करती हुई चुत चुदवाने लगी.
पूरी चुदाई में वो दो बार झड़ भी गई लेकिन मैं अपनी बहन की चुत का भोसड़ा बनाता रहा.

मैंने उसे बहुत बुरी तरह से आधा घंटा तक चोदा; बहन की चूत के चिथड़े उड़ा दिए.

वो कराह रही थी और साथ में मज़े भी ले रही थी.

उसके बाद हम दोनों साथ में डिस्चार्ज हो गए.

मैं थक कर बहन के बगल में ही लेट गया और उसकी चूचियों के साथ खेलने लगा.

थोड़ी देर में हम दोनों फिर से गर्म हो गए और हम दोनों ने एक बार और चुदाई का मजा लिया.

बहन की चूत फूल कर बड़ापाव हो गयी थी लेकिन एक बात है चुदाई का भरपूर मजा लेती हुई मज़ा दे रही थी.

उसके बाद वो लंगड़ाती हुई अपने रूम में चली गयी और मैं अपने कमरे में आ गया.

सुबह मेरी सेक्सी सिस्टर उठ नहीं पा रही थी. वो पेट दर्द का बहाना बना कर सोई रही.

दोस्तो, ये मेरे ज़िन्दगी का सबसे खराब काम हुआ था क्योंकि हम दोनों के बीच जो रिश्ता पहले भाई बहन का था, वो पूरी तरह से खत्म हो गया था.
मुझे इतना बुरा लगा कि उसके बाद हम दोनों ने कभी सेक्स नहीं किया.

चुत भी गई और बहन भी गई.
इसलिए दोस्तो, हवस को अपने ऊपर हावी न होने दें, अपने रिश्ते बनाए रखें.
मुझे दुख है कि मैंने एक अच्छी बहन खो दी.

आपको इस सेक्सी सिस्टर की चुदाई कहानी पर क्या कहना है, आपको कैसी लगी. प्लीज़ मेल करके जरूर बताएं.
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