चुदाई की लत ने रंडी बना दिया- 3

ब्रदर सिस्टर सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपने पहले ग्राहक से चुद कर आयी तो मेरा भाई मुझे चोदने को तैयार बैठा था. मैंने भी उसे अपनी चूत का पूरा मजा दिया.

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कहानी के पिछले भाग
मैं अपने पहले ग्राहक से चुदने गयी
में आपने पढ़ा कि मैंने अपने लिए एक ग्राहक पता लिया था. मैं उससे चुदाई करवाने उसके ठिकाने पर चली गयी.
उसने मुझे नंगी कर लिया और मेरे जिस्म से खेलने लगा.

अब आगे ब्रदर सिस्टर सेक्स कहानी:

वह मेरी चूत के अंदर सिर्फ जीभ डाल रहा था. मुझसे बर्दाश्त करना भारी हो रहा था.

फिर मैंने उसको ऊपर उठाया और उसका कच्छा उसकी जगह से अलग करके उसका लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसना शुरू कर दिया.

उसका लंड लगभग 7 इंच बड़ा था, मुझे उसका लंड चूसने में मजा आ रहा था.

तब राहुल ने मुझे रोका और बिस्तर पर ले गया.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.

अब राहुल मेरी चूत चाट रहा था और मुझे राहुल का लंड चूसने में इतना मजा आ रहा था कि आप लोगों को बता नहीं सकती.

लगभग 10 मिनट राहुल को लंड चूसने के बाद उसने मुझे अपने ऊपर से हटा दिया और मुझे घोड़ी बनने के लिए कहा.
तो मैं उसके सामने घोड़ी बन गई.

फिर राहुल मेरे पीछे आ गया और मेरी चूत में लंड फिराने लगा.

अचानक उसने एक झटके में मेरी चूत में लंड डाल दिया.
मेरी जोर की ‘आआह्ह ह्ह्ह आऐईई ईईईइ’ चीख निकली.

फिर राहुल ने मेरे बाल पकड़कर मेरी चुदाई जोर शोर से शुरू कर दी.
वो मुझे किसी बाजारू रंडी की तरह ही चोद रहा था.
मुझे भी ऐसे चुदाई में बहुत मज़ा आ रहा था.

थोड़ी देर ऐसे चुदाई के बाद राहुल ने मुझे सीधा बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी टाँगें अपने कंधे पर रखकर एक झटके में पूरा लंड मेरी चूत में उतार दिया.
अब वो मेरे बूब्स पकड़कर मेरी चुदाई करने लगा.

राहुल की चुदाई की स्पीड देखकर मैं सच में भौचक्की रह गयी.
क्यूँकि वो किसी अफ्रीकन सांड की तरह मेरी चुदाई कर रहा था.

मैं भी जोर जोर से ‘आअह अआह उफ … जानू जोर से चोदो’ बोलकर उसका जोश बढ़ा रही थी.

लगभग 10 मिनट बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया.
इसके बाद मेरा जोश थोड़ा ठंडा हो गया.

मगर राहुल अभी भी मेरी चुदाई में लगा हुआ था.

मुझे अब मेरी चूत में जलन सी महसूस होने लगी मगर मैं उसे रोक नहीं सकती थी क्यूँकि मैं आज उसके लिए सिर्फ एक रंडी थी जिसे उसकी प्यास को पूरी तरह शांत करना था.

लगभग आधा घंटे की घमासान चुदाई के बाद राहुल ने अपना सारा पानी कंडोम में मेरी चूत में निकाल दिया.

फिर उसने कंडोम लंड से उतारा और मुझसे लंड चाटने के लिए बोला.
मैंने तो पहले भी सलीम का लंड कई बार चाट कर साफ़ किया था तो मुझे उसमें कोई खास परेशानी नहीं थी.

तो मैंने राहुल का लंड चाटना शुरू कर दिया और थोड़ी देर तक मैं उसका लंड चाटती रही.
उसका लंड उसके पानी से सना हुआ चमक रहा था.

मेरा मन नहीं था मगर मुझे उसका लंड छोड़ना पड़ा!

फिर हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर लेट गए.

तभी राहुल ने मुझसे पूछा कि मैं इस धंधे में क्यों आई हूँ.
तो मैंने कहा- मुझे पैसों की बहुत जरूरत है. मैं नौकरी भी करती हूँ मगर वहां से मुझे इतनी सैलरी नहीं मिलती जिससे मैं अपना परिवार पाल सकूँ.
और मैंने उसके सामने और बढ़ा-चढ़ा कर रंडी-रोना शुरू कर दिया.

तो राहुल ने मुझे अपनी बाँहों में लिया और फिर से मेरी चुदाई करने के लिए मेरे ऊपर आ गया.
उसने लेटे लेटे मेरी चुदाई शुरू कर दी.

उस दिन राहुल ने मुझे 3 बार जोरदार तरीके से चोदा.
राहुल ने उस दिन असल में मेरी सारी प्यास बुझा दी.

अगले दिन मैंने सलीम को फ़ोन करके उसी होटल में बुला लिया.
सलीम हमारे रूम में आया तो मैं जाने लगी.

तभी राहुल ने मेरी ब्रा में 10000 रूपए और डाल दिए और मेरे बूब्स दबा कर बोला- मेरी जान, तूने आज मुझे बहुत मज़ा दिया है.
यह कहकर वो मुझे किस करने लगा और सलीम हमें किस करते हुए देख रहा था.

सलीम मुझे पहले भी अवधेश और पंकज से चुदाई करवाते हुए देख चुका था तो उसके लिए ये सब सामान्य था.

राहुल अभी भी मुझे जोर जोर से किस किए जा रहा था और मैं भी राहुल का साथ पूरी शिद्दत से दिए जा रही थी.

थोड़ी देर किस करने के बाद मैंने राहुल को बाय बोला और जाने लगी.

राहुल ने मुझसे कहा- अगर मुझे तुझे दोबारा बुलाना पड़े तो कैसे कांटेक्ट करूँगा?
मैंने सलीम का नंबर राहुल को दे दिया और कहा- अब अगर कभी भी मुझे बुलाना हो तो सलीम को कॉल करके बता देना, मैं आ जाऊंगी.

फिर मैंने राहुल को आँख मारी और चली गयी.

रास्ते में सलीम ने मुझसे चुदाई का सारा सीन पूछा तो मैंने उसको कहा- घर जाकर पूरी बात डिटेल में बताऊंगी.

फिर घर पहुंचकर सलीम ने मुझे पकड़ लिया और मुझे नंगी करने लगा.
मैंने उसे रोका और कहा- सलीम, अभी नहीं … अभी मैं बहुत थक गयी हूँ. राहुल ने पूरी रात मुझे चोदा है. मेरा शरीर थका हुआ है.

पर सलीम मुझे पकड़कर किस करने लगा और बोला- साली रंडी, बाहर चुदवाकर आई है और अपने सबसे बड़े ग्राहक को मना कर रही है?
मैंने कहा- बहनचोद, मना नहीं कर रही हूँ. बस यह कह रही हूँ कि मुझे फ्रेश हो जाने दो, बाद में चुदाई करेंगे.

तो सलीम ने मुझे छोड़ा.

मैंने सलीम के सामने ही सारे कपड़े उतार दिए और नंगी होकर अपने कमरे में जाने लगी.
सलीम मेरा नंगा जिस्म देखकर मेरे पीछे आने लगा.

मैंने अपनी अलमारी से कपड़े निकाले और बाथरूम में चली गयी.
सलीम भी मेरे पीछे पीछे बाथरूम में आ गया.

वो उस वक़्त नंगा था.

वैसे तो हम दोनों रोज ही साथ में नंगे नहाते हैं इसलिए ये सब मेरे लिए सामान्य था.

थोड़ी देर मेरे साथ छेड़छाड़ करने के बाद सलीम ने मुझे वहीं घोड़ी बना दिया.
तो मैंने गुस्से में कहा- बहनचोद, तुझसे बोला ना बाद में चुदाई करेंगे. मगर तुझे मेरी गांड घुसने की बहुत आग लगी है तो ले मादरचोद घुसा अपना लंड मेरी चूत में बहनचोद!

ये सुनकर सलीम ने मेरे बाल पकड़े और एक झटके में पूरा लंड मेर चूत में उतार दिया.

चूँकि अभी मेरा मन चुदाई का नहीं था तो मैंने मेरी चूत टाइट कर ली जिससे सलीम का पानी जल्दी निकल जाये.
और हुआ भी वैसे ही … 5 मिनट में सलीम ने सारा पानी मेरी चूत में निकाल दिया और झड़कर साइड में लेट गया.

उसका पानी चूत से निकालकर मैं नहाने लगी.
फिर मैंने सलीम को भी नहलाया.

हम दोनों नंगे ही बाथरूम से बाहर आ गए.
चूँकि हमें रोकने या टोकने वाला कोई नहीं था तो हम रविवार को नंगे ही रहते थे.

थोड़ी देर बाद सलीम ने मुझसे रात के बारे में पूछा तो मैं उसे सारी बात विस्तार से बताई.
मेरी चुदाई की कहानी सुनकर सलीम का लंड फिर खड़ा हो गया.
उसने फिर से मेरी चुदाई शुरू कर दी.

फिर उस पूरे हफ्ते मैंने बस सलीम से ही चूत चुदाई करवाई क्यूँकि हमने सोच रखा था कि रंडी वाला काम सिर्फ शनिवार रात को किया करेंगे. बाक़ी दिन सिर्फ ब्रदर सिस्टर सेक्स!

एक दिन सलीम ने मुझसे कहा- आपा यार, आप अपने रेट बढ़ा दो क्यूँकि अभी तो आपकी चूत थोड़ी टाइट भी है.
तो मुझे उसकी बात सही लगी.
हमने तय किया कि अब चूत चुदाई के 15 हजार और गांड चुदाई की 25 हजार लिया करुँगी.

क्यूँकि महीने में मुझे सिर्फ चार बार ही रंडीबाजी करनी थी तो इतने रूपए तो बनते ही थे.
ऊपर से मैं बला की खूबसूरत भी थी .

फिर मुझे लगभग हर हफ्ते ही नए नए लंड लेने को मिलने वाले थे तो इसमें हर तरफ से मेरा ही फायदा था.

बस मैंने हर हफ्ते रंडीबाजी करनी शुरू कर दी.
मुझे ऐसे ही कभी बस में या कभी मार्किट में ग्राहक मिल जाते थे और मैं उनसे पैसे लेकर चुदाई करवा लिया करती थी.

लेकिन मैंने सोच रखा था कि मैं बस किसी अच्छे दिखने वाले लड़के से या बहुत अमीर आदमी से ही अपनी चूत चुदाई करवाऊंगी.

ऐसे ही चुदाई करवाते हुए मुझे 6 महीने बीत गए थे.
अब हम दोनों बहन भाई मज़े के अपनी लाइफ जी रहे थे.

मुझे तो रोज ही सेक्स मिल जाता था … मतलब सलीम मुझे रोज ही चोद देता था.
वो तो मेरी चूत का इतना दीवाना हो चुका था कि वो मुझे मेरे पीरियड्स में भी चोद देता था.

एक दिन हम ऐसे ही नंगे एक दूसरे ही बाँहों में लेटे हुए टीवी पर ब्लू फिल्म देख रहे थे.

उस फिल्म में लड़का लड़की बहुत गन्दा वाला सेक्स कर रहे थे.
मतलब लड़का लड़की का मूत पी रहा था और लड़की लड़के का!

ये सब देखकर मैंने सलीम की तरफ देखा और उसको बोला- यार ऐसा गन्दा सेक्स कोई कैसे कर सकता है?
तो सलीम ने कहा- ऐसे बहुत लोग हैं जो ऐसा सेक्स करते हैं.

उसने कहा- आपा चलो न … हम भी ऐसा सेक्स करते हैं. और वैसे भी हम दोनों रोज की तरह ही सेक्स करते हैं तो अब कुछ नया करते हैं.

मैंने उसको बोला- तुम्हारा दिमाग ख़राब है. हम पहले ही बहुत सेक्स करके बड़ी गलती कर चुके हैं. अब ऐसा सेक्स की डिमांड मत करो,
तो सलीम ने कहा- यार गन्दा कुछ नहीं होता. सेक्स तो जितना गन्दे तरीके से किया जाये, उतना ज्यादा मज़ा आता है.

सलीम के बहुत मनाने के बाद मैंने उसको बोला- अच्छा चल ठीक है, इसके बारे में मैं सोचूंगी.

तभी लेटे हुए सलीम ने अपने लंड मेरे मुंह में डाल दिया.
मैंने लंड चूसना शुरू कर दिया.

तभी सलीम ने मेरा मुंह पकड़ा और जोर जोर से धक्के देने शुरू कर दिए.
मेरे मुंह से बस घों घों की आवाज ही आ रही थी.

लगभग 10 मिनट तक मैंने सलीम का लंड चूसा.
लंड चूसने में मैं अब तजुर्बेकार हो चुकी थी और लंड चूसना मेरा पसंदीदा काम बन चुका था. मतलब सेक्स में मुझे लंड चूत में लेने से ज्यादा मज़ा मुंह में लेने से आता था.

थोड़ी देर बाद सलीम ने मेरी जोरदार चुदाई कर दी जिससे मैं पूरी तरह से संतुष्ट हो गयी थी.

कुछ दिन तक तो ऐसे चलता रहा.

फिर एक दिन सलीम ने मुझे बताया कि मेरी बुकिंग हो गयी है. किसी बिज़नसमैन ने मुझे बुक किया था एक रात के लिए!

क्यूँकि अब सलीम ही मेरी बुकिंग करता था मतलब दुनिया के लिए सलीम मेरा दलाल था.

अब मुझे शनिवार को अपनी चुदाई करवानी थी.

शनिवार को मेरे घर पर एक गाड़ी आकर रुकी जिसमें बैठकर मैं चली गयी.

गाड़ी किसी शानदार होटल के सामने रुकी.
मैं होटल के अंदर चली गयी.

उस दिन मैंने खुद को बहुत अच्छी तरह से तैयार किया हुआ था लेकिन मैंने ऊपर से बुर्का भी डाला हुआ था जिससे कोई मुझे पहचान ना सके.

फिर मैं उसके बताये हुए रूम में चली गयी.

मैंने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से एक बुड्ढे आदमी ने दरवाजा खोला और मुझसे मेरे बारे में पूछा.
तो मैंने अपना नाम बताया.

उसने मुझे अंदर रूम में ले लिया.
मैं अंदर आ गयी. अंदर आते ही मैंने देखा कि उसके साथ एक आदमी और था.

दोनों की उम्र लगभग 50 साल के आस पास थी. मतलब वो इतने बुड्ढे नहीं थे मगर मेरे हिसाब से उनकी उम्र थोड़ी ज्यादा थी.

मगर मुझे क्या … मुझे तो बस पैसों से मतलब था.

लेकिन बात सिर्फ एक आदमी की हुई थी तो मैंने दूसरे की तरफ देखकर कहा- मेरे साथ कौन सेक्स करेगा?
तो पहले वाला बुड्ढा जिसका नाम सुनील था, वो बोला- मेरी जान, आज हम दोनों तुझे मिलकर चोदेंगे.
मैंने कहा- मेरी बात सिर्फ एक आदमी की हुई है तो मैं सिर्फ एक के साथ ही सेक्स करुँगी.

तो सुनील ने कहा- हमने तेरे दलाल को नहीं बताया क्यूँकि जबसे हमने तेरी फोटो देखी हैं हमने सोचा कि तेरी खूबसूरती के पैसे सिर्फ तुझे मिलने चाहियें. बाकी जो तू कहेगी, हम उतने पैसे दे देंगे. मगर चोदेंगे तो हम दोनों मिलकर ही! अब तू सोच ले कि यहाँ से बिना पैसों के जाएगी या मालामाल होकर जाएगी. और अगर तूने हम दोनों को खुश कर दिया तो आगे भी हम तुझे पैसों से नहला देंगे.

मैंने सोचा कि ये दोनों तो वैसे भी बुड्ढे हैं, जल्दी ही झड़ भी जायेंगे और अमीर भी बहुत हैं तो इनके साथ सेक्स करने से पैसा भी अच्छा मिल जायेगा.

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मुझसे आप फेसबुक पर Fehmina.iqbal.143 से सम्पर्क कर सकते हैं।

ब्रदर सिस्टर सेक्स कहानी का अगला भाग: चुदाई की लत ने रंडी बना दिया- 4

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