दोस्त ने मुझे गर्म करके मेरी गांड मारी

Xxx गे फ्रेंड्स कहानी मेरी ही है. मैं जवान हो रहा था और मुझे लड़कियां नहीं लड़के पसंद आने लगे थे. मैं अपनी गांड में उंगली करने लगा. उसके बाद …

हैलो फ्रेंड्स, यह मेरी पहली Xxx गे फ्रेंड्स कहानी है.
यह उन दिनों की बात है, जब मैं पढ़ाई कर रहा था.

मुझ पर जवानी चढ़ रही थी और लड़कियों की जगह मुझे लड़के पसंद आने लगे थे.
मैं मोबाइल पर गे सेक्स पोर्न देखना पसंद करने लगा था.
पोर्न में भी मुझे शीमेल के सेक्स करने के तरीके बेहद पसंद आने लगे थे. उन ट्रेनी लड़कों की चूचियां और उनके लंड पसंद आने लगे थे.

जब कोई मर्द उन हिजड़ों के साथ सेक्स करते और उन हिजड़ों से अपने मोटे मोटे लंड चुसवाते तो मेरे अन्दर एक आग सी लग जाती और मैं अपने सीने पर क्रीम लगा कर अपने सीने के निप्पल सहलाने लगता था.
इससे ये हुआ कि मेरे दूध फूलने लगे और मेरी गांड अपने छेद में किसी मर्द के लंड का अहसास करने के लिए मचलने लगी थी.

मेरी ये चाहत दिनोदिन बढ़ने लगी और मैं अपनी कुंवारी गांड में उंगली चला कर मजा लेने लगा.

मैं अक्सर टॉयलेट में मोबाइल को साइलेंट करके इस तरह की ब्लू फिल्म देखता और अपनी उंगली में शैम्पू लगा कर अपनी गांड के छेद को ढीला करने लगता था.

धीरे धीरे मुझे अपनी गांड में दो उंगलियां चलाना अच्छा लगने लगा था.
दो के बाद जब मेरी गांड कुछ ज्यादा मांगने लगी तो मैंने एक प्लास्टिक की लंड के आकार की बोतल को अपनी गांड में लेना शुरू कर दिया.

फिर नेट से प्लास्टिक के लंड के बारे में खोज करना शुरू की और एक दिन मैं ऑनलाइन एक लंड मंगवा लिया.
जिस दिन डिलीवरी मिलनी थी, उस दिन मैं खुद कोरियर वाले के ऑफिस में जाकर डिल्डो ले आया.

अब मैं अपनी गांड के लिए एक मोटा लंड ले आया था.
रात को उस प्लास्टिक के लंड को मैं अपनी गांड में चला कर सुख लेने लगा था.

मेरी ये कामना बढ़ती ही जा रही थी और अब मुझे असली का लंड अपनी गांड में लेने की चुल्ल होने लगी थी.

एक बार मेरे घर में कोई नहीं था, मैं घर पर पोर्न वीडियो देख रहा था और अपनी गांड में प्लास्टिक का लंड चलाते हुए मादक आवाजें भर रहा था.

गे सेक्स वीडियो देखते देखते मेरा मन मचलने लगा और मैं अपने कपड़े निकाल कर अपनी गांड में डिल्डो करने लगा.
इसी के साथ ही मैं अपने लंड को भी हिला रहा था.

मुझे पता नहीं था कि कोई मुझे देख रहा है.
पर मेरा दोस्त पवन मुझे खिड़की से देख रहा था और उसने अपने मोबाइल में मेरी वीडियो बना ली थी.

उसको मैं बहुत पसंद आ गया था.
मैं एकदम गोरा और चिकना, एकदम मस्त माल की तरह लड़का था.
मेरे दोस्त की की नज़र कितने ही दिन से मेरी गांड पर थी.

उसने मुझसे कई बार कहा भी था कि वह मुझे गांड मार लेने दे, पर मैं हर बार मना कर देता था.

उसको मौका मिल गया था. इस बार मैं फंस गया था.

मेरा मन लंड लेने का तो था मगर मैं किसी अजनबी से अपनी गांड मरवाना कहता था ताकि मेरी इस ख्वाहिश की गोपनीयता बनी रहे.

पवन ने दरवाजे पर दस्तक दी और आवाज देकर कहा- मैं पवन हूँ … मुझे अन्दर आने दो.
मैंने झट से अपने कपड़े पहन लिए और दरवाजा खोल दिया.

वह अन्दर आकर मुझसे पूछने लगा- तुम क्या कर रहे थे?
मैंने कहा- कुछ नहीं बस मोबाइल चला रहा था.

वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराया और बोला- अकेले में मोबाइल में ब्लू फिल्म देख रहा था क्या?
मैंने हंस कर कहा- अरे यार बस यूँ ही कभी कभी मन करता है तो देख लेता हूँ.

उसने मेरे सामने रहस्यमयी मुस्कान से देखा और कहा- देखो जो तुम कर रहे थे, उसका मैंने वीडियो बना लिया है. अब मैं जो बोलूँगा, यदि तुम वो नहीं करोगे तो मैं यह वीडियो सबको दिखा दूँगा.

मैं डर गया, फिर भी हिम्मत करके बोला- मैं क्या कर रहा था और तुमने क्या वीडियो बना ली है?
वो बोला- तुम अपनी गांड में डिल्डो कर रहे थे और अपना लंड हिला रहे थे.

उसकी इस बात से मेरी गांड फट गई कि ये तो सच कह रहा है … मगर तब भी मैंने उससे कहा- अरे यार उससे क्या होता है. जा तू कह दे … मैं किसी से नहीं डरता.

दोस्तो मैंने अभी तक किसी के साथ सेक्स नहीं किया था और मेरा दोस्त मेरे सामने मुस्कुरा कर देख रहा था.
उसकी कंटीली मुस्कान देख कर मुझे समझ आ गया कि ये मादरचोद आज कुछ करने के मूड में है.

हालांकि मेरा मन तो था मगर तब भी न जाने क्यों मेरी गांड फट रही थी.
मैंने कहा- ठीक है, मैं तेरी बात मानने को राजी हूँ … पर मुझे क्या करना होगा?
मुझे पता तो था ही कि वह कुछ ग़लत ही बोलेगा.

उसने कहा कि पहले तो तुम अपने कपड़े उतार दो. मुझे तुम्हारा पूरा बदन देखना है.
मैं डरते हुए अपने कपड़े निकल रहा था.

तभी वो मुझसे आकर चिपक गया और मेरे होंठों पर होंठ रखकर मुझे चूमने लगा.
मैं कुछ बोल ही नहीं पाया. मुझे पता था कि आज वह मुझे नहीं छोड़ेगा.

मैंने फिर भी एक बार उससे कहा- यार तुम मेरे दोस्त हो, इतना जुल्म मत करो. मैं इस तरह का लड़का नहीं हूँ.

मगर पवन नहीं माना और उसने मुझे ज़ोर से धक्का देकर नीचे लेटा दिया.
वो मेरे गोरे बदन पर चूमने लगा.

धीरे धीरे मैं भी मदहोश होने लगा.

उसने अपने पूरे कपड़े निकाल दिए.
मैं उसका लंड देखकर हैरान था. उसका मोटा लंड लम्बा और काला था.
मैंने सोचा कि ये तो मेरी गोरी गांड फाड़ देगा तो मैंने उसे मना किया.

पर वह मेरी कहां सुनने वाला था.
उसने मुझे डॉगी की तरह झुकने को बोला.

मैं झुक गया और उसने मेरी गांड चौड़ी करके अपना मुँह मेरी गांड पर लगा दिया.
वो मेरी गांड को चाटने लगा.

मैं बिल्कुल मदहोश हो गया.
मुझे भी अच्छा लग रहा था.
मुझे डर भी लग रहा था कि इतना बड़ा लंड मेरी गांड में कैसे जाएगा.

फिर उसने मेरी गांड के छेद पर थोड़ा सा थूक लगाया और अपना सुपारा रख दिया.

मैं अभी कुछ समझ पाता कि उसने मेरी कमर पकड़ कर एक ज़ोर का धक्का दे दिया.
मेरे मुँह से चीख निकल गई.

मैंने सोचा कि आज यह मेरी गांड का उद्घाटन करके ही मानेगा.
उसका लंड मुझे मेरी गांड में दर्द तो दे रहा था मगर मुझे कुछ लज्जत भी मिल रही थी.

मैंने उससे कहा- ठीक है तुम्हें करना ही है, तो ठीक से करो, ज़बरदस्ती मत करो.
वो मान गया.

फिर मैं अन्दर के रूम से वैसलीन की शीशी लेकर आ गया और उसके लंड पर लगा दिया.
उसने भी बहुत सारी वैसलीन लेकर मेरी गांड के छेद पर लगा दी.

मैंने उससे कहा- तुम लंड पेलोगे तो मुझे दर्द होगा. तुम एक काम करो, तुम नीचे हो जाओ, मैं तुम्हारे लंड पर बैठ जाता हूँ.
उसने बोला- ठीक है.

फिर मैं उसको लिटा कर उसके लंड पर बैठ गया.
वैसे पोज में लंड लगाने की वजह से उसका सुपारा मेरी गांड के अन्दर घुसने लगा.

मुझे डिल्डो की आदत थी तो लगा कि इस पोज में दर्द नहीं होगा पर मुझे पता नहीं था कि वह साला कुछ अलग ही सोच रहा था.

जैसे ही मैंने उसके लंड पर बैठना चाहा, उतने में उसने नीचे से अपना हाथ डाल कर मेरी कमर पकड़ ली और ज़ोर से मुझे लंड पर बिठा दिया.
एक बार में ही उसका पूरा लंड मेरी गांड को चीरता हुआ अन्दर चला गया.

मेरी आंख से आंसू निकल आए और मुँह से आवाज़ भी नहीं निकल रही थी.
उसने इतना बड़ा लंड मेरी गांड में घुसा दिया था.

मैं दर्द से रोने लगा- यार ऐसा क्यों किया तुमने?
वह नहीं माना और मुझे अपने लंड ऊपर नीचे करने लगा.

उसने मेरी गांड मारते हुए कहा- साले, आज तो तू मेरी रंडी है. आज मैं तुझे जीभर के चोदूंगा. बहुत दिन से तुमने मुझे तरसाया है, आज तुम्हारी गोरी गांड में मैं काला लंड डाल कर फाड़ दूँगा.

थोड़ी देर बाद मेरा दर्द ख़त्म हो गया और मुझे भी मज़ा आने लगा.
सही बता रहा हूँ दोस्तो … मैं मस्त हो गया था.

मैंने वीडियो में मैन टू मैन सेक्स देखा हुआ था तो मुझे मजा आने लगा था और मेरी दिली तमन्ना पूरी होने लगी थी.

कुछ देर बाद मैंने पवन से कहा- मैं डॉगी स्टाइल में आ जाता हूँ. फिर तुम मुझे कुत्ते की तरह चोदना.
वह खुश हो गया.

मैं उसके लंड को निकाल कर कुतिया की तरह झुक गया और उसकी तरफ अपनी गांड हिलाने लगा.

उसने पीछे से अपना मोटा लंड पेल कर मेरी गांड मारना शुरू कर दी.
इस बार उसने पूरा लंड एक बार में ही घुसा दिया.
मगर मेरी गांड का मुँह खुल गया था तो इस बार मुझे दर्द कम हुआ.

उधर उसके झटके चालू हो गए.

अब मुझे भी मज़ा आ रहा था.
मैंने कहा- साले, तेरा लंड बहुत मस्त है …. मुझे ज़ोर ज़ोर से चोद ना … रंडी की तरह मेरी गांड फाड़ दे.

उसने मेरे दोनों हाथ नीचे रखवा दिए और अपने दोनों हाथ से मेरी गांड चौड़ी करके ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा.

तीस मिनट तक वह मेरी गांड मारता रहा. ज़ोर ज़ोर से मेरी गांड पर चांटें मारता जा रहा था.
मेरी गांड को उसने थप्पड़ मार मार कर लाल कर दी थी.

अब मैं बहुत थक गया था, पर उसका तो लंड निकालने का मन ही नहीं कर रहा था.

थोड़ी देर बाद उसने स्पीड बढ़ा दी और मैं समझ गया कि अब वह झड़ने वाला है.
उसने मुझसे पूछा- मैं कहां निकालूं?
मैं इतना थक गया था कि कुछ बोल ही नहीं पाया.

पहली बार में ही इतना बड़ा लंड और इतनी लगातार चुदाई के बाद मेरी हालत ठीक नहीं थी.
उस पर उसने चमाट मार मार कर मेरी गांड को लाल कर दिया था.

अब तक उसने पूरा पानी मेरी गांड में ही निकाल दिया और मेरे ऊपर गिर गया.
मैं नीचे लेट गया. फिर भी उसने मेरी गांड से अपना लंड नहीं निकाला.

मैंने कहा- यार अब थोड़ी जलन हो रही है … अपना लंड निकालो.
उसने कहा- यार मेरी जान मेरी रंडी तू बहुत दिन बाद मेरे हाथ लगी है, ऐसे नहीं छोड़ूँगा.

उसने अपना लंड नहीं निकाला और मैं वैसे ही लेटा रहा.
वह मेरे ऊपर फ़ैल कर सो गया.
उसका लंड अभी भी मेरी गांड में फंसा हुआ था.

फिर आधा घंटा बाद उसने मुझे फिर से चोदना चालू कर दिया.
उस दिन उसने मुझे अलग अलग तरीकों से चोदा और चला गया.
उसके बाद उसके कई सारे दोस्तों से मुझे चुदवाया.

अब मुझे भी गांड मराने में मज़ा भी आने लगा.
मैंने अब तक न जाने कितने लंड से अपनी गांड मरवाई और किस किस तरह से मरवाई.

वो सब मैं अगली सेक्स स्टोरी में लिखूंगा.
मेरी Xxx गे फ्रेंड्स कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद दोस्तो. अपने विचार जरूर बताएं.
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