मैं खाली घर में पड़ोसी लड़के से चुद गयी- 1

पोर्न स्टार जब वीडियो में सेक्स करते हैं, बड़े बड़े लंड से लड़कियों की चुदाई करते हैं तो मैंने सोचा कि इनको कैसा लगता होगा? मैंने भी ऐसा ट्राई करने की सोची.

लेखिका की पिछली कहानी: चचेरे भाई से चूत चुदाई का मजा लिया

मेरा नाम मधु है और मैं मैथ सब्जेक्ट से पढ़ी हुई हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मैं अपनी नानी के यहां रहती हूं.

दोस्तो, मैं आपको अपने भरे हुए यौवन और कामुक शरीर से आपका परिचय करा देती हूँ.

मेरा रंग एकदम दूध सा गोरा है, मेरा फिगर ज्यादा भरा हुआ तो नहीं था लेकिन चुदवाने के बाद ऐसी लगने लगी हूँ जैसे चूत गांड मरा मरा के अपना जिस्म भरवा लिया हो.

आपको मैं अपने शोला बदन के सबसे हाहाकारी अंगों से आपका परिचय कराती हूँ.
मेरे स्तनों की साइज 34 सी है, ये इतनी उम्र में मेरे ही कमाल से हो गए हैं. मेरे स्तनों की वजह से मेरे मोहल्ले वाले मुझे आपकी कामवासना भरी नजरों में ही पटक कर चोद देते हैं. मेरी गांड भी मस्त 36 इंच की है.

वैसे तो मैंने अपनी चूत उसी वक्त चुसवा ली थी जब मैं 19 साल की थी.
उस समय ये कांड हुआ था.
मगर एक बार चूत चुसवाने के बाद मैंने कभी अपने अंग में किसी के हाथ नहीं लगाने दिया था.

अब जवानी की आग मुझे मर्द की कमी बहुत परेशान करती है.
मेरी रातों की नींद उड़ने लगी थी; मैं सोते सोते ही अंगड़ाइयां लेने लगी थी.

मुझे अब काफी अकेलापन महसूस होने लगा था.

अब मैं आपको अपनी चुदाई की कहानी विस्तार से बताती हूँ.

मेरी एक सहेली थी जो मुझे पोर्न वीडियो देखना सिखा गई थी.
मुझे देर रात तक जाग कर पोर्न देखने की आदत हो गई थी.

मैं कुछ अलग प्रकार की लड़की हूँ क्योंकि जो मैं देखती हूं, उसको करने का जुनून सा सवार हो जाता है.

जब मैंने बड़े बड़े लंड से लड़कियों की चुदाई देखी तो मैंने सोचा कि ये पोर्न स्टार जब सेक्स करते हैं, वीडियो बनवाते है, तो इनको कैसा लगता होगा.

ये पोर्न स्टार लड़कियां जो तरह तरह की चुदाई में दर्द सहती हैं, वो सब कैसे होता होगा.
बस मुझे भी अपनी चुदाई की एक ऐसी वीडियो बना कर रखनी है और अपने चेहरे के एक्सप्रेशन को कैमरे में कैद करके अपने मोबाइल में रखना है क्योंकि मैं अपने दर्द को और सहन करने की क्षमता को देखना चाहती थी कि मैं अपनी चुदाई देख कर मजा ले सकूं.

मैंने एक ऐसे लड़के की खोज शुरू कर दी थी जो मेरे सपने को पूरा कर सके.

मेरे ही मोहल्ले में एक लड़का था, जिसकी अभी 12वीं हो चुकी थी.
वो अब किसी एनट्रेन्स की तैयारी में था. उसका सब्जेक्ट मेथ और बायो दोनों थे.

उसके परिवार से मेरे परिवार के अच्छे संबंध थे तो मैं भी उसी से अपने अच्छे सम्बन्ध बनाना चाहती थी.

वो लड़का दिखने में हैंडसम, सीधा शांत था.
उसकी हाइट 5 फुट 10 इंच थी. मतलब वो मुझसे 4 इंच ज्यादा लम्बा था.
उसकी बॉडी भी उम्र के हिसाब से बहुत अच्छी थी, शायद वो जिम जाता था.

मैंने अपनी हवस को तो जगा लिया था लेकिन मयंक नाम के उस लड़के की हवस को जगाना अभी बाक़ी था.

अब वैसे तो जहां मैं रहती हूँ, वहां नानी नाना और एक मामा रहते थे.
मामा की शादी हो गई थी और वो मुम्बई में शिफ्ट हो गए थे.

एक दिन मैं सुबह जल्दी उठ गई थी और बाल्कनी में खड़ी होकर बाहर देख रही थी.
तब मैंने देखा कि मयंक सुबह से मॉर्निंग वाक पर जा रहा था.

मैंने उसके सुबह निकलने के समय को अपने साथ सैट किया और अगले दिन उसी वक्त उठ गई.

मैं उससे पांच मिनट पहले घूमने निकल गई.
रास्ते में वो मेरे बगल से गुजरा.

मैंने ही पहल करते हुए उससे कहा- अरे मयंक तुम!
उसने भी मुझे देख कर आश्चर्य से कहा- अरे मधु जी आप … आप कब से मॉर्निंग वाक पर आने लगीं?

मैंने उसको बताया कि बस अभी कुछ दिनों से ही आने लगी … और क्या तुम रोज आते हो?
उसने कहा- हां, मैं रोज आता हूं.

मैंने कहा- बढ़िया मयंक, आना भी चाहिए. इसलिए तो देखो, तुम कितने फिट हो. वैसे मयंक तुम्हारी उम्र क्या है?
उसने बताया- मैं अभी 20वें साल में लगा हूँ.

मैंने उससे झूठ बोलते हुए कहा- अच्छा तो तुम मेरे ही बराबर हो.
उसने भी मुझसे मेरी उम्र के बारे में पूछा, मैंने उसे नहीं बताई. हालांकि मैं उससे दो साल बड़ी थी.

मैंने मन में कहा कि मैं अभी तेरे लौड़े के लिए एकदम फिट हूँ.
मगर मैं चुप रही.

अगर मैं उससे कह देती, तो शायद उसकी वासना मेरे लिए उतनी ज्यादा कभी नहीं जाग पाती.

अक्सर लड़के अपनी उम्र से छोटी लड़कियों के साथ ही ज्यादा सहज होते हैं.

मैंने उससे उसकी पढ़ाई के बारे में पूछा.
तो उसने जानकारी दी.

मैंने भी उसको बताया कि मैंने भी गणित से 12वीं की थी.
वैसे तो पारवारिक रिश्ते होने के कारण उसको शायद पता था लेकिन बताना जरूरी था.

फिर मैंने उससे कहा- मैं तुमसे एक साल बड़ी हूँ. अभी बीएससी मेथ से कर रही हूँ. तुम्हें पढ़ाई में कुछ दिक्कत हो, तो बताना.
तभी उसने मुझसे ज्यामिति की समस्या बताई.

मैंने कहा- ओके, तुम एक काम करना … कुछ दिन मेरे घर आकर मेरी क्लास अटेंड करना. मैं सब क्लियर कर दूँगी.
उसने हामी भर दी.

कुछ और बातें भी हुईं, पर उनका लिखना सेक्स कहानी के लिए जरूरी नहीं है.

अब अगले ही दिन वो मेरे घर आ गया.

मुझे उसके सामने आकर्षक दिखना था तो मैंने एक नीचे शॉर्ट्स पहन रखा था जिससे मेरे पैर साफ साफ बिल्कुल सफ़ेद दिख रहे थे.

मैंने ऊपर एक टी-शर्ट पहन रखी थी, जिसका गला वी नेक वाला था और काफी गहरा था. मैंने टी-शर्ट के अन्दर ब्रा नहीं पहन रखी थी क्योंकि मुझे मयंक को ललचाना था.

अब हम दोनों मेरे कमरे में जमीन पर बैठ गए थे.
मैंने उसको 20 मिनट तक अच्छी तरह से समझाया.
वो बिल्कुल सीधा लड़का था.

उसने तो अपनी नजर ऊपर तक नहीं की जबकि मेरी चूचियों के निपल्स साफ साफ उस टी-शर्ट पर उभर रहे थे.
फिर मैंने उसको कुछ सवाल करने को दिए. उसने करना शुरू किया.

मैंने देखा कि उसकी नजर मेरे पैरों पर बहुत जा रही थी. यह मुझे अच्छा संकेत लगा था.
धीरे धीरे उसने पूछने के बहाने मेरे स्तनों पर ध्यान देना शुरू किया.

दोस्तो, मेरी फैमिली एक अच्छे परिवार से है इसलिए मैं यूं ही किसी लड़के को अपना ब्वॉयफ्रेंड बना कर होटलों में या किसी के फ्लैट पर नहीं चुद सकती थी.
इसलिए मैंने अपने घर में ही इस बकरे को हलाल करने के लिए बुलाया था.

मेरी मयंक से थोड़ी बहुत बातें हुईं.
फिर मैंने उसको अपना व्हाट्सअप नम्बर दे दिया था.
आधा घंटा बाद वो मेरे घर से चला गया.

कुछ देर बाद उसने व्हाट्सएप पर मुझे मैसेज किया और मुझसे कुछ डाउट पूछे.
मैंने उसको समझा दिए और खुद मैंने ही उससे ज्यादा बात नहीं की, ताकि वो मुझे ही गलत न समझने लगे.

फिर मैंने उससे कहा- यदि तुम्हें और कुछ समझना हो तो शाम को मैं फ्री रहती हूँ. तुम नौ बजे तक मेरे घर आ जाना.

अगले दिन वो करीब रात के 9 बजे आया.
मेरे नाना नानी 8 बजे सो जाते थे.

उस समय मैंने एक गाउन पहन रखा था क्योंकि मैं उसको रिझाना चाहती थी.

उस समय ठंडी का मौसम था.
मैंने उसको 9 बजे से 10 बजे तक अच्छे से पढ़ाया ताकि उसके दिमाग में कुछ पढ़ाई की बात ही जाए.

उसके बाद मैंने अपने गाउन के ऊपर से कुछ ऐसा किया, जिससे मेरे ठोस मम्मे उसको दिख जाएं.

जी हां, अब मैं मयंक को झुक कर पढ़ाने लगी, उसकी नजरें मेरी गोदी में रखे रजिस्टर पर कम … और मेरे सफेद स्तनों पर ज्यादा जा रही थीं.

उसने शायद अपना मूड बनाना शुरू कर दिया था.
मैं भी उसको रिझा रही थी.
समझाते समझाते मैं उसके पैरों पर हाथ फेर देती.

तभी उसने मुझसे ये पूछा- आप क्या घर में अकेली हैं?
मैंने कहा- नहीं, नाना नानी भी हैं.

फिर उसने अपने घर की कुछ बातें बताईं तो मैंने ये टॉपिक पकड़ लिया.

मैंने उसे बताया कि मेरी एक सहेली थी, उसके ब्वॉयफ्रेंड ने उसे छोड़ दिया था, तो उसने सुसाइड कर ली.
उसने कहा- ओह ये तो बहुत गलत हुआ.
मैंने कहा- हां, यदि उस टाइम उसका कोई बेस्टफ्रेंड होता तो उसको सहारा मिल जाता.

मयंक एक सीधा साधा लड़का था. उसे ये ज्ञान देने के पीछे भी मेरी एक योजना थी.
तभी उसने पूछ लिया- आपका ब्वॉयफ्रेंड है क्या?

तो मैंने उससे झूठ कह दिया- हां मेरा ब्वॉयफ्रेंड है. मगर ये सवाल बीच में कहां से आ गया?
वो बोला- कुछ नहीं, बस ऐसे ही पूछ लिया.

फिर वो 10 बजे अपने घर चला गया.

अब ऐसे ही पढ़ाते पढ़ाते दो दिन बाद एक घटना घटी जिससे मुझे उसको सीधे साधे चूतिया लड़के को बिस्तर तक लाने में मदद मिली.

उस दिन मैं नहा रही थी.
दिन में 2 बजे का टाइम था. नाना नानी सो रहे थे.

अचानक से मयंक मेरे घर आया और सीधे बाथरूम में ही घुसता चला आया.
उसे कुछ दिक्कत हो गई थी.

उस समय मैं बिना कपड़ों के शॉवर का मजा ले रही थी, बाथरूम का दरवाजा बंद नहीं था.
वो अचानक से मेरे बाथरूम में घुस आया था जिससे मैं हड़बड़ा गई.

मैंने देखा तो मयंक नीचे मुँह करके उल्टी कर रहा था.

ये देख कर मैंने तुरन्त तौलिया ली और अपने बदन को ढक लिया.
मयंक की आंखों से आंसू आ गए थे.

मैंने संजीदा होकर उसके आंसू पौंछे, उसकी पीठ पर हाथ फेरा.

इतने में मेरी तौलिया नीचे सरक गई.

उसकी नजरें मुझ पर ही टिक गई थीं, मेरा पूरा नंगा बदन उसने देख लिया था.

लेकिन वो तो चूतिया लौंडा था उसने मेरे नंगे बदन को देखते ही अपनी आंखों पर हाथ लगा लिए.

मैंने दिखावटी शर्म जताते हुए उसे जल्दी बाथरूम से बाहर निकाला और गेट लगा दिया.
फिर मैं कपड़े पहन कर बाहर आ गई.

वो बाहर नहीं था.
मैं हैरान थी कि किस तरह का चूतिया लौंडा था.

रात को वो फिर से आया.
मुझे शर्म आ रही थी लेकिन ये शर्म दिखावटी थी.

मैं उसे पढ़ाने लगी.
वो मन लगा कर पढ़ने लगा.

जाते समय उसने कहा- दिन में बाथरूम के लिए सॉरी. लेकिन आप बहुत खूबसूरत हो.
ये कह कर वो चला गया.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

उसके अगले दिन नाना नानी एक शादी में गए थे. उनको अगले दिन की शाम को वापस आना था.

मैंने सोचा कि आज सही मौका है. मैंने पूरी तैयारी कर ली थी.

मैंने काम वर्धक टेबलेट उस वर्जिन लड़के के लिए और एक मंकी टोपा यानि कंडोम, उसी के लंड लिए व गर्भरोधक गोली अपने लिए लेकर रख ली थी.
एक दिन पहले ही मैंने अपने बदन को चिकना किया था तो मेरी स्किन पर बहुत ही चमक थी.

मैंने उसको फोन पर बताया- आज लेट नाईट पढ़ाई हो सकती है. घर पर बता कर आना कि फ्रेंड के यहां जा रहा हूँ, कल सुबह आऊँगा.
उसने वैसा ही किया.

करीब 9 बजे वो बैग लेकर आया.
उसके आने के बाद करीब 30 मिनट तक तो मैंने उसको अच्छे से पढ़ाया.

फिर उसने मुझसे कहा- मेरे हाथ बहुत दर्द कर रहे हैं.
मेरी दिमाग में बत्ती जल उठी और मैंने कहा- ओके, रुको … मैं दवा लाती हूँ.

मैं गई और दर्द की गोली बोलकर सेक्स की गोली उसको खिला दी.
अब मुझे बस कुछ मिनट का इतंज़ार करना था.
तब तक मैंने कुछ और सोच लिया था.

मैंने उसको थोड़ा और पढ़ाया.

फिर 10 बजे मैंने अपने मोबाइल में एक पांच मिनट बाद का आटो कॉल लगा दिया.

वो कॉल आई तो मैंने उससे कहा- तुम पढ़ाई करो, मैं अभी आती हूँ.
मैं अपने रूम में अन्दर आ गई और कुछ देर बाद मैंने कमरे में ही रोना शुरू कर दिया.

मैंने अपना मुँह रुआंसा सा कर लिया था.

वो मेरी आवाज सुनकर मुझे आवाज देने लगा.
जब मैंने उसे कोई जवाब नहीं दिया तो वो मेरे रूम में मुझे देखने आने लगा.
मैं जानबूझ कर सिसकती हुई रो रही थी.

उसने मुझे रोता देखा और तुरन्त बोला- क्या हुआ आपको?
मैंने कहा- कुछ नहीं.

उसने फिर से पूछा- बताओ न क्या हुआ आपको?
तभी मैंने फिर से रोना शुरू कर दिया.

उसको कुछ समझ नहीं आया तो उसने मुझे गले से लगा लिया और बोला- अरे आप बताओ तो कि आपको क्या हुआ है? कुछ तो बोलो.
उसने मेरे आंसू पौंछे.

मैंने बताया कि मेरे ब्वॉयफ्रेंड ने मुझे धोखा दिया है, उसी का फोन आया था.
उसने पूछा- कैसा धोखा?

अब मेरी नजर उसके लंड पर गई, तो उसका लोवर लंड के पास से बाहर को फूला हुआ था.

मैं उसकी बांहों में बहुत गर्म हो रही थी.
उसके अन्दर भी शायद वासना घर करने लगी थी. वो मुझे अपनी बांहों में लिए मेरे गाल पर हाथ फेर रहा था.

मैंने भी उसकी बांहों से निकलने का कोई उपक्रम नहीं किया. मैंने उसे बताया कि वो किसी और लड़की के साथ था और वो बिना कपड़ों के वीडियो कॉल पर था. मैं समझ गई थी कि वो सेक्स कर रहा है.

ये कह कर मैं फिर से रोने लगी.

अब मयंक ने मुझे जकड़ कर पकड़ा और कहा- तो क्या हुआ … आप क्यों रो रही हो?
मैंने कहा- अब मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है मयंक … तुम अपने घर जाओ. मैं अकेली रहना चाहती हूँ. मेरा मर जाने का दिल कर रहा है.
उसने कहा- नहीं, ये सब मत कहो. अभी आपको मेरी जरूरत है.

उसने ऊपर देखा और अचानक से मुझे गाल पर किस की.

मैंने भी उसका साथ दे दिया और वो मेरे साथ चूमाचाटी में लगा गया.
उसने मेरे होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और हमारी किस दो मिनट तक चलती रही.

मैं मदहोश थी, वो वासना से गर्म हो गया था.
उस पर गोली का असर हो गया था.

हम दोनों का पूरा मूड बन गया था लेकिन फिर भी मैंने उससे कहा- ये सब ठीक नहीं है मयंक.

पर अब तक शायद उसका मौसम बन चुका था तो उसने मुझे भींचते हुए कहा- सही क्यों नहीं है, जब आपका ब्वॉयफ्रेंड किसी और के साथ सेक्स कर सकता है, तो आप ये मत सोचो.
उसने मुझे फिर से किस की.

मैंने भी उसको मना नहीं किया और उसके साथ किस करने लगी.

हम दोनों जवान थे और उत्तेजित थे. हम दोनों ही इस बार बहुत डीप किस में डूब चुके थे.

वो बहुत ही सामन्य किस्म का लड़का था लेकिन मजेदार था.
वो अचानक से मुझे छोड़ कर हॉल में आ गया.

अब मेरा दिमाग बहुत खराब हो गया कि साला अजीब चूतिया है.
मैं उसके पास गई.
मैंने उसकी तरफ देखा.

उसने ही अचानक से मुझे पकड़ लिया और वहीं हॉल में चूमने लगा.
मैं भी गर्मा गई. वो मुझे चूमते चूमते मेरे कमरे की तरफ बढ़ने लगा.

मैंने उसी चूमाचाटी में उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए.
उसने भी मुझे ब्रा और पैंटी में कर दिया.

हम दोनों रूम के गेट पर थे, तभी उसने मेरी ब्रा निकाल कर हॉल में फैंक दी और मेरे मम्मों पर टूट पड़ा.

उसने मुझे आप कहना बंद कर दिया और मेरी जवानी पर टूट पड़ा- आह … क्या मस्त मलाई हो यार तुम … तुम्हें तो खा जाने का दिल करता है.

ये कह कर वो मेरे मम्मों पर किस करने लगा.
मेरा एक निप्पल उसके मुँह में बार बार अन्दर बाहर जाने लगा था.
वो मेरे दूध को मसल रहा था और मेरे निप्पल को चूस रहा था.

मैं ‘आआह अअह मयंक … काटो मत काटो … प्लीज़ यार लगती है …’ कहे जा रही थी.
मगर वो अब मानने वाला नहीं लग रहा था.

इतने में मैंने उसकी अंडरवियर में हाथ डाल दिया मैंने जैसे ही उसके लंड को टच किया तो मुझे झटका सा लगा.

क्योंकि लंड का टोपा मुझे मिला ही नहीं. उसके लंड का टोपा उसकी गांड के छेद के पास था.

मैं अचंभित रह गई कि इतनी कम उम्र और इतना मूसल किस्म का लंड!
उसका लंड लम्बा होकर उसकी चड्डी में नीचे उसकी गांड की तरफ चला गया था.

अब मैंने उसकी अंडरवियर को निकाल दिया.

आह … कितना सुडौल लंड था.
उसे चुदाई की उत्तेजना गर्म करने लगी थी.

मैंने उसके लंड को सहलाते हुए उससे पूछा- ये इतना बड़ा कैसे हुआ?
वो मुझे छोड़ कर अपने बैग के पास गया और लौट कर आया तो उसका लंड ढीला हो गया था और बेजान सा लटक रहा था.

ढीला होने पर भी लंड लम्बा था, जिस वजह से वो अगल बगल में हिल रहा था.
उसके हाथ में कुछ था.

मैंने पूछा, तो कहने लगा ये वैक्यूम पम्प है. मैं इसको पिछले 5 महीने से यूज़ कर रहा हूँ. इसकी मदद से मैं आपको अभी अपने लंड को बड़ा करके दिखाता हूँ.

मैं हैरान थी कि साली ये क्या चीज हुई. अभी तक तो लंड बड़ा करने के लिए लड़की की जरूरत होती थी, अब साली मशीन से लंड बड़ा किया जाएगा.

तभी उसने मेरी पैंटी निकाल दी और मेरी चूत में उंगली डालने लगा.
मैं मदहोश आवाज निकालने लगी- आआह मयंक … आंह क्या कर रहे हो … आह अच्छा लग रहा है आह!

उसने क़रीब 5 मिनट तक मेरी चूत को अपनी उंगली से चोदा.

फिर उसने मेरे एक दूध पर हाथ मार कर कहा- अब जल्दी से बेड पर चलो यार … मुझे तुम्हारी लेनी है.
मैं भी बहुत कमीनी किस्म की लड़की थी तो मैं अपने हाथ में उसका लंड पकड़ कर उसको बेड तक ले गई.

उधर मैंने उसे धक्का देकर लिटा दिया और उसके सीने पर लेट कर उसे चूमने लगी.

दोस्तो, अब मेरी चुदाई होने वाली थी, उसका पूरा विवरण मैं आपको अपने चुदाई की कहानी के अगले भाग में लिखूंगी.

आपको मेरी ये पोर्न स्टार सेक्स कहानी कैसी लग रही है, प्लीज मेल करें.
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पोर्न स्टार कहानी का अगला भाग: मैं खाली घर में पड़ोसी लड़के से चुद गयी- 2

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